हरिश साहू की रिपोर्ट
रायपुर- मामला रायपुर के मौदहापारा थाना का है। अंबेडकर हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टर की गुंडागर्दी उजागर हुई है। इसने एक युवक को बुरी तरह से पीट दिया। बताया जा रहा है कि सर्जरी करने वाले नुकीले चाकू से युवक पर जूनियर डॉक्टर ने हमला किया।
युवक के हाथ और सीने में गंभीर चोटें आने की वजह से इसे 28 टांके लगे हैं। फिलहाल पुलिस ने जूनियर डॉक्टर पर केस तो दर्ज किया है, लेकिन घायल युवक का दावा है कि उसकी जान लेने की कोशिश की गई थी लेकिन पुलिस ने मामूली मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया है।
घटना के सामने आने के बाद हमला करने वाले जूनियर डॉक्टर अविनाश की फिल्म कबीर सिंह के शाहिद कपूर वाले किरदार से तुलना हो रही है। चर्चा है कि मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाली किसी लड़की से बातचीत को लेकर रमनदीप और अविनाश के बीच पहले झगड़ा हुआ था। रमन के उस लड़की से संबंध को लेकर अविनाश शक करता था। इस वजह से उसने ऐसा कदम उठा लिया। अविनाश फिलहाल मेडिकल का स्टूडेंट है।
जानकारी के मुताबिक हमला करने वाले जूनियर डॉक्टर अविनाश और रमनदीप छाबड़ा के बीच पुरानी रंजिश थी। पुराना झगड़ा किस बात को लेकर था, पुलिस फिलहाल इसकी जांच कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक किसी लड़की से रमन के मिलने की वजह से अविनाश बेहद नाराज था।
इस बात को लेकर दोनों के बीच पहले भी झगड़ा हो चुका है। रमनदीप ने बताया कि 22 तारीख को वह अपने दोस्त राहुल अग्रवाल से मिलने अंबेडकर अस्पताल के PG ब्वॉयस हॉस्टल गया हुआ था। तभी वहां अचानक अविनाश आ गया और उसने रमनदीप पर हमला कर दिया।
रमनदीप ने देखा कि डॉ अविनाश ने हाथ में एक नुकीला चाकू जैसा औजार पकड़ा था, अविनाश ने इसी से रमनदीप के सीने और हाथ पर कई वार किए। रमनदीप के सीने में 15 और हाथ में 13 टांके आए हैं। अंबेडकर अस्पताल के हॉस्टल कैंपस में हुए इस घटना के बाद फौरन रमनदीप इलाज के लिए एम्स हॉस्पिटल चला गया।
वहां से लौटकर उसने मौदहापारा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन पुलिस इसे 2 दिनों तक घुमाते रही। पुलिस ने रमनदीप से कह दिया कि एम्स अस्पताल में किए गए इलाज को वो नहीं मानते।
जिला अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर ही केस दर्ज किया जाएगा । एम्स अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि अगर नुकीला औजार रमनदीप के सीने में जरा और अंदर जाता तो उसकी मौके पर ही मौत हो सकती थी।