निखिल कश्यप की रिपोर्ट
जांजगीर चांपा । ये वाक्या जिला मुख्यालय जांजगीर-चाम्पा में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान हुआ।जिले के सभी विधायक व सांसद बतौर अतिथि इस समारोह में बुलाये गये थे और विधानसभा अध्यक्ष श्री चरणदास महंत मुख्य अतिथि थे।इस दौरान जब पामगढ़ विधायक श्रीमती इंदू बंजारे मंच पर पहुची तो जिला प्रशासन ने उनके बैठने के लिए कोई कुर्सी की ब्यवस्था नहीं किया था जिस पर वे मंच पर ही खड़ी हो गई।इस पर सांसद माननीय श्री गुहराम अजगले का नजर पड़ गया और वे तुरंत उठ कर उनके पास ही जाकर खड़े हो गये और प्रसाशन पर नाराजगी ब्यक्त करते हुए खरीखोटी सुनाने लगे।जब तक श्रीमती इंदू बंजारे के लिए बैठने का ब्यवस्था नहीं किये खड़े होकर विरोध करते रहे।
उन्होंने अपने बड़े होने का फर्ज बख़ूबी निभाया।उन्होंने कहा कि जिले सहित लोकसभा क्षेत्र के सभी माननीय विधायकों का मैं संरक्षक हूँ इस नाते किसी का भी अपमान बर्दास्त नही कर सकता।चाहे वे किसी भी पार्टी का हो।
सांसद गुहाराम अजगले जी अपने साफसुथरे छवि के साथ ही सब को साथ लेकर चलने व मिलनसार ब्यवहार के लिए लोकप्रिय हैं।उन्होंने ऐसा करके वाक़ई सबका दिल जीत लिया।