सर्वजनिक जगह पर गाने के डायलॉग बोलने पर एफआईआर दर्ज करने ग्राम पंचायत ने जारी कि है सूचना
रघु यादव मस्तूरी की रिपोर्ट
रायपुर/छत्तीसगढ़ की संस्कृति सम्पूर्ण भारत में अपना बहुत ही ख़ास महत्त्व रखती है। भारत के हृदय-स्थल पर स्थित छत्तीसगढ़, जो भगवान श्रीराम की कर्मभूमि रही है, प्राचीन कला, सभ्यता, संस्कृति, इतिहास और पुरातत्त्व की दृष्टि से अत्यंत संपन्न है। यहाँ ऐसे भी प्रमाण मिले हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि अयोध्या के राजा श्रीराम की माता कौशल्या छत्तीसगढ़ की ही थी। ‘छत्तीसगढ़ की संस्कृति’ के अंतर्गत अंचल के प्रसिद्ध उत्सव, नृत्य, संगीत, मेला-मड़ई तथा लोक शिल्प आदि शामिल हैं।
पर अब प्रदेश में छत्तीसगढ़ी गानों में अश्लीलता परोसी जा रही है। वही हाल ही में एक छत्तीसगढ़ी गाना विवाद और अश्लीलता का हिस्सा बन गया है, जी हां हम बात कर रहे है। छत्तीसगढ़ी गाना दबा बल्लू के बारे में जो इन दिनों अश्लीलता परोस रहा है। जिसे लेकर अब आवाज़ उठाने लगी है।
आपको बता दें रायपुर जिले के ग्रामपंचायत कान्दुल विकास खण्ड धरसींवा में 26 जनवरी के शुभ अवसर पर ग्राम कान्दुल में मडाई मेंला का आयोजन किया गया जिसके पहले यहां के सरपंच ने सूचना जारी करते हुए समस्त ग्रामवासी को सूचित किया था, कि 26 जनवरी के शुभ अवसर पर ग्राम कान्दुल में मडाई मेंला का आयोजन किया जा रहा है । जिसमें किसी प्रकार के लड़ाई या मारपीट या दबा बल्लू जैसे डायलाग बोलने पर 5551 रू . का दण्ड लेकर एफआईआर दर्ज भी करवाया जायेंगा, चाहे व गांव का निवासी हो या बाहरी कोई अन्य व्यक्ति हो , यदि गांव वाले बाहरी व्यक्ति का सहयोग करगे तो उसे भी दण्डीत किया जायेगा।