सन्नी यादव की रिपोर्ट
जांजगीर चांपा। जिला अस्पताल में एक गर्भवती महिला और उसके बच्चे की मौत हो गई है. महिला स्पेशल श्रमिक ट्रेन से 5 दिन पहले जम्मू से जाँजगीर लौटी थी. लौटने के बाद उसे चाँपा क्षेत्र के ग्राम हथनेवरा के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था. गुरुवार को महिला के पेट में अचानक दर्द उठने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां प्रसव के दौरान उसके बच्चे की मौत हो गई. कुछ घंटों बाद महिला ने भी दम तोड़ दिया. मृतक महिला के परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है.
डॉक्टरों का कहना है कि महिला के पेट में 7 माह का बच्चा था, जिसकी पेट में पहले ही मौत हो चुकी थी. प्रसव होने पर बच्चा मरा निकला था. जिस कारण महिला के पेट में इन्फेक्शन होने से खून की कमी हो गई थी. जिसके कारण महिला की मौत हुई है. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में महिला को सही इलाज नहीं मिल पाया, जिसके चलते महिला और उसके अजन्मे बच्चे की मौत हो गई.
इसके पहले भी छत्तीसगढ़ के क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रह रहे कई लोगों की जान जा चुकी है. बड़ा सवाल यही है कि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन क्या क्वॉरेंटाइन सेंटरों में व्यवस्था दुरुस्थ नहीं कर पा रही है ? अब इनकी मौत का जिम्मेदारी कौन है ?