हेमंत कुमार साहू की रिपोर्ट
बालोद- एटीएम कार्ड नवीनीकरण करने के नाम पर भोले-भाले लोगों को ठगने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 05 आरोपियो को गिरफ्तार करने में बालोद पुलिस को बड़ी मिली सफलता। बालोद जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोद डी.आर. पोर्ले के मार्गदर्शन में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बालोद दिनेश सिन्हा के पर्वेक्षण में विशेष टीम गठित कर थाना गुण्डरदेही के अपराध कमाक -445/2020, धारा-420 भादवि 66 डी आई.टी एक्ट में एटीएम फाड के आरोपियों को पकड़ने जिला जमताडा झारखण्ड रवाना किया गया था । जिसमें प्रकरण के 05 आरोपियों को पकड़ने में बालोद पुलिस को सफलता मिली है।
पूरे मामले में गुंडरदेही थाना क्षेत्र अंतर्गत मोंगरी गांव के।गौकरणलाल सोनबोईर जो रिटायर्ड शिक्षक है जिसके मोबाईल नम्बर पर अज्ञात मोबाईल नबर 6291798977 द्वारा कॉल कर जिला सहकारी मर्यादित बैंक से बोल रहा हू कहकर प्रार्थी का एटीएम कार्ड का नवीनीकरण कराना है कहकर प्रार्थी के 16 अंको का एटीएम कार्ड नम्बर सीवीवी नम्बर और ओटीपी पूछकर उसके अलग-अलग खातों से 5.47 लाख रूपये निकाल कर धोखाधडी किया गया था जिसके बाद प्रार्थी ने तत्काल इसकी शिकायत गुंडरदेही थाने में की जिसपर गुण्डरदेही थाना में अपराध कमाक -445/2020, धारा-420 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया। बालोद पुलिस की सक्रियता एवं त्वरित कार्यवाही से 2.50 लाख रूपये प्रार्थी के खाते में वापस कराया गया था।
मामले पर पुलिस द्वारा पतासाजी करने पर चौकाने वाला जो बात सामने आया की इस गिरोह के ज्यादातर सदस्य एटीएम कार्ड आधार कार्ड बैंक खाता अपडेट और नवीनीकरण के नाम पर पूरे देश के अलग अलग प्रान्तों में इस तरह की ठगी करते है। टीम द्वारा पता करने पर उक्त गिरोह के गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि इस क्षेत्र के कई लोग पूरे भारत में इस प्रकार के ठगी कार्य कर रहे है। गरीबी रेखा में नाम के बावजूद इस इलाके के लोग बड़ी बड़ी आलिशान मकानों में रहते है। आरोपियों के बैंक खाता का डिटेल प्राप्त करने पर करीबन लाखा तक का ट्राजेक्सन है जिससे पता चलता है कि इन आरोपियो द्वारा कई राज्यो के लोगों के साथ ठगी की गई है जिस संबंध में विवेचना की जा रही है ।
मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बालोद द्वारा विशेष टीम गठित कर एटीएम फ्राड के आरोपियों को पकडने जिला जमताडा झारखण्ड रवाना किया गया था। प्रार्थी से ठगी की गई रकम पेटीएम, मोबीक्वीक, एरोआॅन पे, एस बैंक के माध्यम से अलग-अलग बैंक खातों मे ट्रांसफर किया गया था सायबर सेल की मदद से तकनीकी साक्ष्य प्राप्त कर आरोपियो का लोकेशन जिला जमताड़ा झारखण्ड मिलने पर टीम द्वारा जिला जमताडा में जाकर 09-10 दिन तक कैम्प लगाकर ग्रामीण वेशभूषा में रहकर पुलिस के जवानो द्वारा संदिग्धों पर लगातार निगाह रखा गया । टीम द्वारा थाना नारायणपुर ,थाना करमातांड जिला जमताडा में लोकल संसूचना एवं तकनीकी सहायता एवं लोकल पुलिस के मदद से आरोपियो की जानकारी प्राप्त कर प्रकरण के आरोपी 1.आयूब अंसारी पिता रमजान अंसारी ग्राम पंदनी थाना नारायणपुर जिला जमताड़ा को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमंाड पर एक टीम द्वारा बालोद लाया गया दूसरी टीम वहां अन्य आरोपियो की पता तलाश कर प्रकरण के आरोपियो 2. समशेर अंसारी पिता शाकीर अंसारी उम्र 20 साल पता-ग्राम पंदनी थाना नारायणपुर जिला जमताडा, 3. साजिद अंसारी पिता आयूब अंसारी उम्र 26 साल पता-ग्राम पंदनी थाना नारायणपुर जिला जमताडा 4. मोहम्मद यूसुफ अंसारी पिता यासिन मियां अंसारी पता-हीरापुर थाना कार्मातांड जिला जमताड़ा 5. हारून अंसारी पिता इदू अंसारी उम्र 27 साल पता-सतवातांड थाना कार्मातांड जिला जमताड़ा झारखण्ड को गिरफ्तार कर ट्राजिस रिंमाड पर जिला बालोद लाया गया। यह गिरोह के सदस्य एटीएम कार्ड ,आधार कार्ड ,बैंक खाता अपडेट और नवीनीकरण के नाम पर ठगी करते है। टीम द्वारा पता करने पर उक्त गिरोह के गिरफ्तार आरोपियो ने बताया कि इस क्षेत्र के कई लोग पूरे भारत में इस प्रकार के ठगी कार्य कर रहे है। गरीबी रेखा मे रहने वाले लोग भी बडी बडी आलिशान मकानो मे रहते है। आरोपियों के बैंक खाता का डिटेल प्राप्त करने पर करीबन लाखो तक का ट्रांजेक्सन है जिससे पता चलता है कि इन आरोपियों द्वारा कई राज्यों के लोगों के साथ ठगी की गई है जिस संबंध में विवेचना की जा रही है।
इस तरीके से देते वारदात को अंजाम
. अन्य राज्यों जैसे उडीसा पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश कोलकाता, केरल से फर्जी सिग अधिक दामों में खरीद कर पेटीएम, मोधीक्तीक, गूगल पे, एराऑनये वैलेट बनाते है ताकि धोखाधडी की रकम बिना किसी पहचान के आसानी से निकाल सके।
आरोपियों द्वारा किसी भी राज्य के मोबाईल नम्बरों का एक सिरीज उठाकर उसमें लगातार कॉल करते है अपने आप को बैंक कर्मचारी /अधिकारी बता कर भोले भाले लोगो को अपना निशाना बनाते हैं।
10 से 20 प्रतिशत कमीशन बेस पर खाता धारक को पैसे को लालच देकर उनका खाता प्राप्त कर उसमें फर्जी तरीके से रुपये ट्रांसफर करते है । यह गिरोह में सबका अलग-अलग भूमिका होता है एक गुप का काम सिर्फ कॉल करना होता है वह सुबह से घने जगलो में जाकर मोबाईल नम्बरों की लिस्ट निकाल कर एक सिरिज से कॉल करता है। झांसे में आने वाले लोगों का बैंक खातो से रकम कुछ देर में ही अन्य वैलेट पेटीएम. मोबीवीक में डाल कर बैंक खातों में ट्रांसफर कर देते है। दूसरे गुप का काम फाड रकम को
. एटीएम मशीन से निकाल कर 10 से 20 प्रतिशत कमीशन काट कर उस तक पहुचाता है। गूप का मास्टर माइड हारून अंसारी ने बताया कि वह और उसके सदस्य काम करने अन्य राज्य छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र, गुजरात जाकर वह मजदूरी का कार्य भी किये है वहां के भाषा सिखते है और अन्य राज्यों से सिम प्राप्त करते है हारून असारी अपने नाम से मुम्बई से सिम प्राप्त किया है।
आरोपियों के खिलाफ ये भी है आपराधिक रिकार्ड
प्रकरण में आरोपी आयूब अंसारी पूर्व में हत्या दहेज के मामले में जेल काट चुका है और उसका बड़ा बेटा उम्र कैद की सजा काट रहा है एवं आरोपी समशेर अंसारी के पिता शकीर अंसारी भी लूट डकैती के प्रकरण में जिला जमताड़ा जेल में निरुद्ध है।
उक्त सायबर अपराध के प्रकरण में 05 आरोपियों को नारायणपुर एवं कामातांड जिला जमताड़ा झारखण्ड से गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी गुण्डरदेही निरीक्षक श्रोहित मालेकर, थाना सहायक उपनिरीक्षक पी. आर. साहू, प्रधान आरक्षक राम प्रसाद गजभिये महिला प्रधान आरक्षक लता तिवारी, आरक्षक पूरन देवागन, आरक्षक सदीप यादव आरक्षक विपिन गुप्ता, आरक्षक आकाश सोनी, आरक्षक सुमित पटेल, आरक्षक सलेन्द्र सिंह, महिला आरक्षक अनिता साहू का सराहनीय भूमिका रहा।