प्रकाश झा की रिपोर्ट
बिलासपुर। अशिक्षा और अज्ञानता इंसान को धर्म भीरु और धार्मिक उन्मादी के साथ अंध श्रद्धालु भी बना देता है। नतीजतन ऐसे लोग इस तरह के कदम उठा लेते हैं जिससे वे खुद के लिए संकट को निमंत्रण देते हैं। ऐसी ही एक घटना रतनपुर क्षेत्र के ग्राम नेवसा में हुई जहां एक महिला ने अपनी जीभ काट कर बहिया महादेव शिव मंदिर में अर्पित कर दी। ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की मान्यताएं प्रचलित है। यह एक प्रकार से बलि प्रथा का ही अंश है, जिसमें श्रद्धा अतिरेक में लोगों को लगता है कि अपना अंग भंग कर या अंगदान और अर्पित कर वे देवी–देवता को प्रसन्न कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि नेवसा में रहने वाली रामकली सूर्यवंशी पति भगवान दिन सूर्यवंशी उम्र 55 वर्ष शुक्रवार तड़के सोकर उठी। जिसके बाद स्नान आदि से निवृत होकर वह गांव के ही बहिया महादेव शिव मंदिर पहुंची, जहां पूजा अर्चना के पश्चात उसने अपने ही हाथों ब्लेड से अपनी जीभ काटकर कथित तौर पर भगवान शिव को अर्पित कर दी।
इस घटना के बाद महिला वही बेसुध होकर पड़ी रही। जीभ कटने की वजह से पूरे मंदिर परिसर में हर तरफ खून फैल गया। कुछ घंटे बाद जब अन्य लोग पूजा अर्चना के लिए मंदिर पहुंचे तो उन्होंने यह नजारा देखा,
ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बहुत सी ऐसे परम्परा चल रही है जिस ओर किसी का ध्यान नही है ।