शेखर की रिपोर्ट
बोकारो -पूर्व बेरमो विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने बोकारो विधायक को चुनौती दी है उनके द्वारा विस्थापित समागम में बिरंची पर लगाए गये आरोपों का वो जवाब सार्वजनिक साझा मंच से देने को तैयार है। जिससे की मामला दुध का दुध और पानी का पानी हो। जिससे जनता को सच्चाई की जानकारी हो। ज्ञात हो कि 26 सितंबर को बोकारो विस्थापित मंच द्वारा आयोजित विस्थापित समागम में पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने बोकारो विधायक पर जमीन दलाली में संलिप्त व नरकेरा मौजा में जहां स्टेडियम बनाया जा रहा है वहांॅ उनके पिता के नाम पर पहले से जमीन है का आरोप विधायक बिरंची पर लगाया था। जिसके प्रतिउत्तर में विधायक बिरंची ने प्रेस वार्ता कर पूर्व विधायक को अपने आरोपो को सिद्ध करने व सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की बात कही थी। यह न करने पर विधायक बिरंची ने दो करोड़ रूपये का मानहानि मुकदमा करने की बात कही थी। उसी के प्रति उत्तर में बेरमो विधायक ने बोकारो में गॉधी चौक, सेक्टर चार के पास प्रेस वार्ता कर सार्वजनिक रूप से अपनी-अपनी बात को सिद्ध करने की चुनौती बोकारो विधायक बिरंची को दी। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बाटुल ने कहा कि विस्थापितों को बिरंची ने गुर्गों की संज्ञा दी जो विस्थापितों को अपमान है। बाटुल ने कहा कि एक प्रेस चैनल के प्रश्न पर विधायक बिरंची ने कहा था कि दुनिया का कोई ताकत उनको स्टेडियम बनाने ने नहीं रोक सकता। इस बयान में बिरंची के घमंड को झलकता है। बाटुल ने मल्टी स्पेशियालिटी अस्पताल बनाने पर नियमों की अनदेखी, तेतुलिया में उनके परिजनो द्वारा बनाए जा रहे अपार्टमंट, अम्ब्रम इंफ्रा प्राईवेट लिमिटेड कंपनी में निवेश और उसके आय के स़्त्रोत, विनय फांउडेशन द्वारा बैंक से लिए गये लोन आदि के बारे में भी चर्चा की