शेखर की की रिपोर्ट
बोकारो स्मार्ट सिटी कहे जाने वाले शहर अब बोकारो खटाल स्मार्ट सिटी मैं आपका स्वागत करते हैं यह मैं नहीं कहता यह बोकारो की जनता कह रही है दरअसल बात यह है कि
शहर में लावारिस जानवरों की आबादी बढ़ती जा रही है इस शहरवासियों को परेशानी हो ही रही है वही अक्सर सड़कों के किनारों पर बैठे रहने वाले यह पशु हादसों का भी कारण बनते हैं साथ ही खुद ही घायल हो रहे दूसरे और प्रशासन इस समस्या से आंखें मूंदे बैठे हैं लावारिस जानवर झुंड बनाकर सड़कों पर घूमते रहते हैं ये कभी सड़क के किनारे तो कभी उस के बीचों बीच बैठ जाते हैं इस कारण सड़क से गुजरने वाले वाहन चालकों मुश्किल पेश आती ही है वही कभी-कभार सड़कों पर बैठने वाले इन जानवरों के वाहन के साथ टकराने से वाहन चालक के साथ-साथ इन पशुओं की भी जान पर जोखिम बंद बना रहता है बोकारो के शहर मैं आवारा जानवर हो या भैंस इस तरह से घूमते हैं कि मानो उन्हीं का यह सड़क है काम हो या सुबह सड़कों पर घूमने वाले कई आवारा जानवर शहर के बस स्टैंड हो या सड़क पर बीचो-बीच या गलियों में डेरा जमा लेते हैं जिसे घर से निकलने वक्त राहगीरों को भी परेशानी होती है कुछ महीने पहले रात में nh32 में एक मवेशी मर जाने के चलते वहां कई लोग घायल हो चुके थे आपको बताते जाएगी दरअसल यह जानवर बाहर से नहीं आए हैं बल्कि सुबह हो या शाम खटाल वाले इन्हें खटाल वाले चरने के लिए छोड़ देते हैं जिसके चलते वे सड़क पर आ जाते हैं और लोगों को सड़क पर काफी परेशानियां झेलना पड़ता है वही बोकारो मैं रहने वाले लोगों का कहना है कि इन पशुओं को गोशाला में या सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने को लेकर प्रशासन बेखबर है पशुओं के बीच सड़क में बैठने से जनता और वाहन चालकों को परेशानी हो रही है लोगों का यह भी कहना है कि रात में सड़क का नजारा ऐसा हो जाता है कि जहां पशु का झुंड नजर ना आए हो।