नितीश कुमार की रिपोर्ट
पटना- दुल्हिन बाजार प्रखंड के कुकरी बिगहा के किसान राम कुमार वर्मा अपने कुछ सीमित जगह में देहाती ओल (जिमीकंद ) की खेती करते हैं। उसी जगह में एक ओल का फूल चर्चा का विषय बना हुआ है। गाँव के बूढ़े बुजुर्ग,महिला पुरुष इसे देखने आ रहे हैं। ग्रामीण गोपाल शर्मा, कृष्ण मुरारी मोहन, चंदन कुमार,चनदेश्वर सिंह, अजय कुमार कहते हैं कि आज तक हमलोगों ने ओल का फूल नहीं देखा था,आज देख लिया। फूल वाजिब में अद्भुत है। फूल से सड़े हुए मांस की बदबू आ रही थी। इस सम्बंध में वर्मा बताते हैं कि हमनें किताबो में पढ़ा था कि इसका फूल मखमली किप के आकार का 40-50 सेंटीमीटर का होता है, जो अपनी सड़े हुए मांस जैसी दुर्गंध के कारण जाना जाता है। यह सड़े हुए मांस को खाने वाले कीटों और मक्खियों को अपनी ओर आकर्षित करता है जिसके जरिये इसको परागण में मदद मिलती है।