गृह मंत्री अमित शाह सोमवार और मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश का दौरा करेंगे और इस दौरान चीन को उसी की भाषा में जवाब भी देंगे। अमित शाह चीन सीमा पर वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम का शुभारम्भ करेंगे और जवानों की हौसला अफजाई भी करेंगे। अरुणाचल प्रदेश के अंजाव जिले के सीमावर्ती गांव किबितू में अमित शाह ‘वाइब्रेंट विलेजेज प्रोग्राम’ का शुभारम्भ करने वाले हैं और इसके तहत सीमावर्ती गांवों का न केवल विकास किया जाएगा बल्कि पर्यटन को ध्यान में रखते हुए उन गांवों को मुख्य मार्ग से जोड़कर उन्हें मुख्य धारा में भी शामिल किया जाएगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2025-26 के लिए सड़क संपर्क के लिए विशेष रूप से 2500 करोड़ रुपये सहित 4800 करोड़ रुपये के केंद्रीय योगदान के साथ ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ (वीवीपी) को मंजूर कर लिया है। वीवीपी एक केंद्र प्रायोजित योजना है जिसके तहत व्यापक विकास के लिए अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के उत्तरी सीमा से सटे 19 जिलों के 46 ब्लॉकों में 2967 गांवों की पहचान की गई है जिसमें पहले चरण में, प्राथमिकता के आधार पर 662 गांवों की पहचान की गई है और इसमें अरुणाचल प्रदेश के 455 गांव शामिल हैं।
गांवों के विकास के लिए योजना…
वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम पहचान किए गए सीमावर्ती गांवों के लोगों के जीवनस्तर में सुधार करने में काफी मदद करेगा और उन्हें अपने मूल स्थानों पर रहने के लिए प्रोत्साहित भी करेगा जिससे इन गांवों से पलायन रुक सके और सीमा की सुरक्षा बढ़ाने में मदद मिले। ब्लॉक और पंचायत स्तर पर उपयुक्त तंत्र की मदद से जिला प्रशासन, केंद्र और राज्य प्रायोजित योजनाओं पर 100% अमल को सुनिश्चित करने के लिए चिन्हित गांवों के लिए कार्य योजना भी तैयार करेगा। बता दें गांवों के विकास के लिए पहचान किए गए फोकस क्षेत्रों में सड़क संपर्क, पेयजल, सौर और पवन ऊर्जा सहित बिजली, मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी, पर्यटन केंद्र, बहुउद्देश्यीय केंद्र और स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा और स्वास्थ्य कल्याण केंद्र भी शामिल हैं।