चंडीगढ़. आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के दो आतंकियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि वे बेअदबी मामले का बदला लेने के लिए डेरा प्रेमी की हत्या करने वाले थे। साथ ही उन्होंने बठिंडा में डेरा प्रेमी की हत्या और फिल्लौर में पुजारी पर गोलाबारी करने की बात भी कुबूली है। वे कनाडा में बैठे संगठन के चीफ हरदीप सिंह निज्जर के इशारे पर काम कर रहे थे। उनके पास से चार पिस्तौल, 48 कारतूसों के अलावा दो मैगजीनें भी बरामद हुई हैं।
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने रविवार को बताया कि पकड़े गए आतंकियों लवप्रीत सिंह उर्फ रवि और राम सिंह उर्फ सोनू को शनिवार देर रात गिरफ्तार किया। केटीएफ चीफ निज्जर के अलावा इस साजिश में अर्शदीप, रमनदीप और चरनजीत उर्फ रिंकू भी शामिल हैं। ये तीनों कनाडा में छिपे हैं।
वहीं, कमलजीत शर्मा उर्फ कमल भारत में ही है और अभी फरार है। रमनदीप और अर्शदीप 2017 और 2019 में कानूनी तौर पर कनाडा गए थे, जबकि बरनाला का रहने वाला चरनजीत 2013 में गैर-कानूनी तरीके से कनाडा गया था। प्राथमिक जांच में पता चला है कि लवप्रीत और कमलजीत, अर्शदीप को जानते थे क्योंकि ये सभी एक ही गांव के हैं।
राम सिंह उर्फ सोनू जो आईटीआई मोगा में पढ़ा था, कमल को कॉलेज के दिनों से ही जानता था। अर्शदीप ने इन सभी को रुपये दिए थे जो उसने वेस्टर्न यूनियन मनी ट्रांसफर के जरिए भेजे थे। डीजीपी ने कहा कि मुकदमा चलाने के लिए कनाडा से निज्जर को भारत भेजने की अपील की जाएगी।