जम्मू-कश्मीर ; अनुछेद ३७० हटने के बाद भी कश्मीर में कोई सुधार नहीं है , वहाँ के हालात जस के तस बने हुए है आय दिन हो रही आतंकी घटनाओं को ले कर लोगों के मन में भय बढ़ता जा रहा है मौजूदा हालात को देखते हुए कुछ कहा नहीं जा सकता हैं| शिवसेना के नेता संजय राउत ने केंद्र की मोदी सरकार को इसका ज़िम्मेदार ठहराते हुए हमला बोला है और कश्मीर सहित लद्दाख में हालात को ठीक से नियंत्रित ना कर पाने का आरोप लगाया है.| जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं. इस पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने आज अपनी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि, ‘कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से परिस्थिति बिगड़ गई है. आतंकवाद फिर से बढ़ गया है. अनुच्छेद 370 हटाने के बाद भी परिस्थियां सुधरने का नाम नही ले रही हैं. सिख, कश्मीरी पंडित, बिहारी मजदूरों जैसे निर्दोष लोगों की हत्याएं हो रही हैं. इसकी जवाबदेही गृह मंत्रालय और केंद्र सरकार की है. जब पाकिस्तान की इन हरकतों पर बात होती है तो सर्जिकल स्ट्राइक की धमकी दी जाती है. सिर्फ पाकिस्तान को धमकी देकर काम नही चलेगा. चीन ने भी लद्दाख में घुसपैठ की है. उस पर भी सर्जिकल स्ट्राइक करके दिखाएं.’
संजय राउत ने कहा कि गृहमंत्री और रक्षामंत्री को देश को बताना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के क्या हालात हैं. इन शब्दों में शिवसेना नेता संजय राउत ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है और कश्मीर सहित लद्दाख में हालात को ठीक से नियंत्रित ना कर पाने का आरोप लगाया है.
जब पत्रकारों ने संजय राउत से पूछा कि कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा जो एक बार फिर आतंकियों के घुसपैठ की घटनाएं शुरू हुई हैं, उसे देखते हुए क्या भारत को पाकिस्तान के साथ टी-20 वर्ल्ड कप मैच खेलना चाहिए? इस सवाल का जवाब देते हुए संजय राउत ने कहा कि, ‘अपने राजनीतिक सुविधा के अनुसार सरकार फैसला लेती है, जबकि वहां आम आदमी मारा जाता है. हम पहले से ही कह रहे हैं कि पाकिस्तान से किसी भी तरह का रिश्ता नहीं रखिए. वहां जाकर केक काटते हो, उन्हें गले लगाते हो. कश्मीर में परिस्थियां कभी भी सामान्य नहीं थी. सोशल मीडिया पर पाबंदी थी. स्थानीय नेता नज़रबंद थे. इसलिए ज्यादा चीजें निकलकर बाहर नहीं आयी. सरकार को इन मुद्दों पर सफाई देनी चाहिए . संजय राउत का यह बयान जम्मू-कश्मीर में रविवार को आतंकवादियों द्वारा दो लोगों की गोली मार कर हत्या करने के एक दिन बाद आया है. कुलगाम जिले के वानपोह इलाके में यह घटना हुई है. आतंकवादियों ने यहां शाम को आकर अचानक अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इससे दो लोगों की मौत हो गई और एक मजदूर घायल हो गया. गंभीर रूप से घायल इस मजदूर का इलाज शुरू है. तीनों जम्मू-कश्मीर से बाहर के रहने वाले लोग थे. रविवार को हुई यह घटना कश्मीर में दो दिनों में पर-प्रांतीय लोगों पर तीसरा हमला था.
इससे पहले श्रीनगर के ईदगाह इलाके में शनिवार की शाम बिहार के एक रेहड़ी-पटरीवाले की हत्या कर दी गई. यूपी के सहारनपुर के एक कारपेंटर की उसी दिन पुलवामा जिले में हत्या कर दी गई. अक्टूबर में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है.