पर्यटक कभी मार्ग की बाधा या विघ्न उत्पन्न करने वाले समस्याओं से नही घबराता है फिर वो बियाबान हो रेगिस्तान हो या जंगल ! एैसे ही शौकीन लोगों के लिए राजाजी नेशनल पार्क एक अक्तूबर से खोला जा रहा है। जहां वे सफारी की शानदार सवारी का भी आंनद ले सकेंगे ।पहले चरण में रिजर्व के मोतीचूर और चीला रेंज के गेट ही खोले जा रहे हैं।
अगले चरण में 15 नवंबर से मोहंड, रानीपुर और आशारोड़ी गेट पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे।
ऐसा पहली बार होगा जब टाइगर रिजर्व को पर्यटकों के लिए डेढ़ महीने पहले खोला जा रहा है। अभी तक हर साल 15 नवंबर से रिजर्व खोला जाता रहा है। राजाजी टाइगर रिजर्व निदेशक डीके सिंह ने बताया कि बारिश के चलते राजाजी पार्क की सड़कें क्षतिग्रस्त हैं जिनकी मरम्मत कराई जा रही है
सड़कों की मरम्मत के साथ ही पूरे पार्क को पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना संकट के चलते बेहद कम संख्या में पर्यटक टाइगर रिजर्व पहुुंचे। इस बार भी पर्यटकों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा।टाइगर रिजर्व खोलने की खबर पाकर सफारी संचालक गाड़ियां लेकर मोतीचूर व चीला रेंज के गेट पर पहुंचने लगे हैं।
अधिकारियों को बाघ गणना का दिया प्रशिक्षण
राजाजी टाइगर रिजर्व में बाघों की गणना की जाएगी। इसके लिए वन अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। हरिद्वार रेंज के रानीपुर वन विश्राम भवन में श्यामपुर और हरिद्वार रेंज के रेंजर, वन दारोगा, वन रक्षक और अन्य कर्मचारी एक दिवसीय प्रशिक्षण में पहुंचे।
ऑल इंडिया टाइगर गणना के संबंध में राजाजी टाइगर रिजर्व की वरिष्ठ पशु चिकित्सक और प्रशिक्षक डॉ. दीप्ति अरोड़ा ने बाघों की गणना के गुर कर्मचारियों को सिखाए। अक्तूबर से बाघों की गणना पूरे राजाजी टाइगर रिजर्व में होनी है। गणना दिसंबर तक पूरी की जानी है। इस मौके पर वन विभाग के वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. अमित ध्यानी, हरिद्वार रेंजर विजय कुमार सैनी आदि मौजूद रहे।
कॉर्बेट में फिर शुरू हुआ जिप्सी रोटेशन का विरोध, दो को होगा चक्का जाम कॉर्बेट पार्क में जिप्सी रोटेशन सिस्टम का विरोध फिर से शुरू हो गया है। जिप्सी चालकों ने एक अक्तूबर को चाबी सौंपने और दो को सभी जोनों में चक्का जाम करने की चेतावनी दी है। वहीं ऑनलाइन बुकिंग के लिए वेबसाइट खोलने की भी मांग की है।
बुधवार को जिप्सी चालकों के एक पक्ष ने कॉर्बेट निदेशक से मिलकर रोटेशन सिस्टम का विरोध किया। कॉर्बेट जिप्सी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरीश धस्माना ने बताया कि चार अगस्त को जिप्सी रोटेशन के मामले में बैठक हुई थी, जिसमें तय हुआ था कि रोटेशन लागू करने से पहले डेमो किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब पार्क प्रशासन बिना डेमो के रोटेशन लागू करने जा रहा है। जिसका विरोध किया जा रहा है। एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि एक अक्तूबर को पार्क के कार्यालय में बैठकर अपनी जिप्सियों की चाबियों के सौंपेंगे।
दो अक्तूबर को कॉर्बेट पार्क के सभी जोनों में जिप्सियों का चक्का जाम किया जाएगा। वहीं होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष हरि सिंह मान ने भी जिप्सी रोटेशन सिस्टम का विरोध करते हुए कहा कि पार्क प्रशासन की मनमानी नहीं चलेगी। पर्यटन कारोबारी इसका विरोध करेंगे। इस दौरान संजय छिम्वाल, जगदीश छिम्वाल, जगत नेगी, मनोज कुमार शर्मा, पवन पुरी, तहस्लीम, नासिर, मनोज पांडे, नदीम आदि रहे।
पर्यटन व्यवसायी वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि जिप्सी रोटेशन सिस्टम सभी के हितकारी है। इससे सभी को रोजगार मिलेगा, इसका विरोध करना ठीक नहीं है। वर्तमान में कुछ जिप्सी स्वामियों ने एकाधिकार कर लिया है और नए जिप्सी चालकों को रोजगार नहीं मिल रहा है। इस सिस्टम के लागू होने से सभी को रोजगार मिलेगा, जो सभी की हित में है।