देश के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू केरल और लक्षद्वीप के दौरे पर अपने परिवार के सदस्यों के साथ कोच्चि में दो दिन बिताए। इस दौरान उन्होंने कोच्चि में सरकारी गेस्ट हाउस में कर्मचारियों द्वारा तैयार किए गए सभी व्यंजनों का लुत्फ उठाया। उन्होंने केरल के उद्योग मंत्री पी राजीव को यह बताया कि कोच्चि में सरकारी गेस्ट हाउस में कर्मचारियों द्वारा तैयार किए गए सभी व्यंजनों का उन्होंने आनंद लिया।
पुट्टू तैयार करने की जानी विधि: खासकर नायडू ने नाश्ते में उपलब्ध विशेष पुट्टू की तारीफ की। इतना ही नहीं उनकी पत्नी उषा नायडू ने नाश्ता तैयार करने वाले कर्मचारियों से इसकी रेसिपी मांगी। उन्होंने दिल्ली में पुट्टू तैयार करने के लिए विशेष विशेष भाप के बर्तन भी लिये। बता दें कि पुट्टू खाने के बाद, उषा सीधे रसोई में गई और पर्यटन विभाग के रसोइयों से पुट्टू बनाने की तकनीक के बारे में पूछताछ की। इसके बाद एक कर्मचारी को बाज़ार भेजकर उन्होंने पुट्टू बनाने के लिए सामान खरीदवाया।
उपराष्ट्रपति और उनके परिवार के लिए पर्यटन विभाग के कर्मचारियों ने ही भोजन तैयार किया। उपराष्ट्रपति और उनका परिवार भुना हुआ पारंपरिक सद्या सहित अलग-अलग तरह के व्यंजनों का आनंद लेने के बाद दिल्ली लौट आया। वेंकैया नायडू के दौरे के दौरान मेहमानों के लिए 21 व्यंजन बनाए गए।
केरल दौरे के दौरान उप राष्ट्रपति ने एक कार्यक्रम में कहा कि ‘लोगों को अपने धर्म का पालन करना चाहिए। ऐसा करने में अपमान व घृणास्पद भाषणों तथा लेखों में शामिल न हों।’ नायडू ने कहा कि भारतीय के खून में धर्म निरपेक्षता प्रत्येक है। इसके लिए देश को अपनी संस्कृति तथा विरासत के लिए विश्वभर में सम्मान प्राप्त है।
नेल्लोर के किसान परिवार से ताल्लूक रखने वाले वेंकैया नायडू दो बार आंध्र प्रदेश में विधायक रहे थे। इसके अलावा वे तीन बार कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य भी रहे। नायडू के बारे में जानकारी है कि उन्हें नॉनवेज काफी पसंद है। वहीं उनका मानना है कि भोजन हर व्यक्ति की अपनी पसंद का विषय है।