साइक्लोन बिपरजॉय 15 जून को गुजरात के कच्छ जिले के तटों से टकराने की आशंका जताई जा रही है। अब इस तूफ़ान ने बेहद गंभीर रूप भी धारण कर लिया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तूफ़ान के मद्देनजर एक अहम हाईलेवल मीटिंग भी बुलाई है। इस मीटिंग में अधिकारियों के अलावा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और आठ प्रभावित लोकसभा क्षेत्रों के सांसद भी इसमें शामिल होंगे।
तो आइये जानते हैं साइक्लोन बिपरजॉय से जुड़ी 10 बड़ी महत्वपूर्ण बातें
- राहत-बचाव कार्य में जुटे कर्मियों ने लगभग 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। इसके अलावा कच्छ-सौराष्ट्र जिलों में तट से 10 किलोमीटर की दूरी तक बसे गांवों के लोगों को भी हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
- मौसम विभाग के अनुसार 15 जून तक साइक्लोन बिपरजॉय गुजरात के कच्छ जिले के तटों पर पहुंच भी सकता है। कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी के तटीय जिलों में समुद्र तट के पास रहने वाले लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
- साइक्लोन बिपरजॉय ने अब बेहद गंभीर रूप भी धारण कर लिया है। साथ ही चक्रवात के दौरान 150 किलोमीटर की गति से हवाएं भी चल सकती हैं। सेना, नौसेना और भारतीय तट रक्षकों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
- साइक्लोन बिपरजॉय के मद्देनजर पोरबंदर के 31 गांवों से करीब 3,000 लोगों को और देवभूमि द्वारका में करीब 1,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भी पहुंचाया गया है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की है और स्थिति का जायजा भी लिया।
- एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की दर्जनों टीमों को प्रभावित जिलों में तैनात किया गया है। इसके अलावा प्रभावित लोगों के लिए आवास, भोजन और दवाओं की व्यवस्था करी गई है।
- गुजरात के कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू की गई है और सभी स्कूल एवं कॉलेज 15 जून तक बंद कर दिए गए हैं।
- साइक्लोन बिपरजॉय के कारण आज 67 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और कई ट्रेनें लेट भी चल रही हैं और रेलवे ने उनके लिए विशेष दिशानिर्देश दिए हैं।
- तूफान के कारण मुंबई के तटीय इलाकों में भी अलर्ट जारी किया गया है और मुंबई में काफी बारिश हो रही है।
- साइक्लोन बिपरजॉय का असर पाकिस्तान में भी होगा। पाकिस्तान सरकार ने भी सिंध और बलूचिस्तान में अधिकारियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।