परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला और विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा के बाद किसानों के आंदोलन को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। नए कृषि कानूनों के विरोध में करीब दो महीनों ने यूपी गेट और गाजीपुर बॉर्डर डेरा डालकर बैठे किसानों को हटाने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। इसके लिए धरनास्थलों के बिजली-पानी काटकर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की बढ़ी तादाद को देखकर किसान आशंकित दिख रहे हैं। वहीं, राकेश टिकैत के भाषण में बल पूर्वक हटाए जाने का डर दिख रहा है। किसान नेता आगे की रणनीति को लेकर आपस में बैठक कर रहे हैं।
राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे साथ अत्याचार किया जा रहा है। कृषि कानून वापस नहीं हुए तो वह आत्महत्या कर लेंगे।
भावुक होकर रोते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि किसान को मारने की कोशिश की जा रही है। मैं किसान को बर्बाद नहीं होने दूंगा।
राकेश टिकैत ने दीप सिद्धू को लेकर कहा कि लाल किले पर कोई जाता है और झंडा फहराता है, कोई फायरिंग क्यों नहीं की गई? पुलिस कहां थी? वह वहां कैसे गया? पुलिस ने उसे छोड़ने की अनुमति दी और उसे गिरफ्तार नहीं किया। अभी भी कुछ नहीं किया गया है। वह व्यक्ति कौन था जिसने पूरे समुदाय को परेशान किया।
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जबर्दस्ती से किसान आंदोलन बंद नहीं होगा। जब तक सांस चलेगी तब तक लड़ेंगे। अभी हमारी कोई योजना नहीं है। अभी हम मीटिंग करेंगे। पता नहीं सरकार क्या-क्या षड्यंत्र करती है।
किसानों के धरने के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर जुटे स्थानीय लोग, पुलिस से धरनास्थल खाली कराने की अपील कर नारेबाजी कर रहे हैं लोग।
उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी डीएम और एसएसपी को आदेश दिया है कि वे राज्य में सभी किसान आंदोलन समाप्त करने की कोशिश करें।
दिल्ली पुलिस बताया कि 26 जनवरी की हिंसा के संबंध में दिल्ली के कई थानों में 33 एफआईआर दर्ज की गई हैं। उनमें से नौ को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया गया है। इस मामले में किसान नेताओं सहित 44 लोगों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया है।
गाजियाबाद जिला प्रशासन ने यूपी गेट धरनास्थल खाली करने के लिए आद किसानों को अल्टीमेटम दे दिया है। माना जा रहा है कि आज ही धरनास्थल खाली हो सकता है। हालात का जायजा लेने के लिए जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडेय सहित प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। धरनास्थल को खाली कराने की जिला प्रशासन के द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है।
यूपी गेट : प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की मैराथन बैठक जारी, गाजियाबाद के डीएम और एसएसपी भी यूपी गेट पर पहुंच गए हैं।
गाजियाबाद जिला प्रशासन ने यूपी गेट धरनास्थल खाली करने के लिए आद किसानों को अल्टीमेटम दे दिया है। माना जा रहा है कि आज ही धरनास्थल खाली हो सकता है। हालात का जायजा लेने के लिए जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडेय सहित प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। धरनास्थल को खाली कराने की जिला प्रशासन के द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है।
प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की मैराथन बैठक जारी, गाजियाबाद के डीएम और एसएसपी भी यूपी गेट पर पहुंच गए हैं।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने दिल्ली पुलिस कर्मियों को पत्र में लिखा कि 26 जनवरी को किसान आंदोलन के हिंसक हो जाने पर आपने अत्यंत संयम और सूझबूझ का परिचय दिया। मैं आपके संयम और धैर्य के लिए धन्यवाद देता हूं।पुलिस कमिश्नर ने कहा कि मैं आपको बताना चाहूंगा कि आने वाले दिन हमारे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। इसलिए, हमें सतर्क रहना होगा। हमें धैर्य रखते हुए और अनुशासित रहना होगा।