हम सभी के लिए व्रत और पूजा का बहोत महत्व है लेकिन क्या आप जानते है अगर इन व्रत को सही वधि विधान से न किया जाये तो आपको काफी हानि का सामना करना पड़ सकता है । हिंदी पंचाग में सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी-देवता की पूजा की जाती है। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति की पूजा करते हैं।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, अगर कुंडली में गुरु सही घर में स्थिति है, तो जीवन में खुशहाली और शांति का आगमन होने लगता है। गुरुवार व्यक्ति के जीवन में सुख-सुविधाएं, धन-संपत्ति और प्रेम की वृद्धि करते हैं। जिसकी वजह से व्यक्ति पूरे विधि-विधान से इस दिन पूजा करते हैं। लेकिन अगर कुंडली में गुरु कमजोर हो जाए, तो जीवन में हमें बहुत सारे कष्टों का सामना करना पड़ेगा। इसलिए मान्यता के अनुसार गुरुवार को भूलवश भी कुछ ऐसा नहीं करना चाहिए।
गुरुवार व्रत में इनसे बचें
1. धार्मिक मान्यता के अनुसार, गुरुवार के दिन व्यक्ति को कपड़े धोने, दाढ़ी बनवाने, सिर धोने, नाखून काटने और बाल कटवाने से परहेज करना चाहिए। मान्यतानुसार, इससे व्यक्ति को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है और जीवन में संपत्ति और संपन्नता का अभाव होता है।
2. पुराणों के अनुसार, गुरुवार के दिन व्रत रखने से पहले खुद को तन और मन से सात्विक होना चाहिए। इस दिन व्यक्ति को किसी भी प्रकार का जूठा भोजन नहीं करना चाहिए और सदैव शाकाहारी भोजन ग्रहण करना चाहिए।
3. धार्मिकता को ध्यान में रखकर गुरुवार के दिन घर की साफ-सफाई जैसे घर से कबाड़ निकालना, घर में पोछा लगाना और मकड़ी के जाले हटाना बिल्कुल वर्जित किया गया है।
4. हिंदू संस्कृति के अनुसार, गुरुवार के दिन घर के बड़े बुजुर्ग का अनादर करने से बचना चाहिए। वरना जीवन में दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है और भगवान विष्णु जल्द ही नाराज हो जाते हैं।
5. व्रत रखने वालों को गुरुवार के दिन खिचड़ी और नमक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इससे भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं।
ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक, गुरुवार के दिन अगर हम उपर्युक्त कार्यों में से कुछ भी करते हैं, तो हमारे जीवन पर गुरु का प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इससे हमारे जीवन में दुखों का पहाड़ टूट पड़ेगा, इसीलिए हमें भूलवश भी इन कार्यों को नहीं करना चाहिए।