वाराणसी
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख श्री काशी विश्वनाथ धाम में अब सुरक्षाकर्मी खड़ाऊ पहनकर ड्यूटी करते हुए नजर आएंगे। इसमें मंदिर के गर्भगृह और उसके आस पास ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए मंदिर प्रशासन ने 180 खड़ाऊ का ऑर्डर दिया है। इसके साथ ही मंदिर परिसर में किसी भी व्यक्ति को जूते-चप्पल के साथ एंट्री नहीं दी जाएगी। बता दें कि सुरक्षाकर्मी नंगे पैर ही ड्यूटी करते हैं, लेकिन ठंड में दिक्कत होने से उन्हें खड़ाऊ दी जा रही है।
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि ठंड को देखते हुए नए साल से मंदिर व्यवस्था में कई बदलाव किए गए हैं। यहां सुरक्षाकर्मियों के लिए नई व्यवस्था बनाई गई हैं। शीतलहर को देखते हुए धार्मिक मान्यता के अनुरूप पूर्व के वर्षों की भांति इस बार भी सुरक्षाकर्मियों को खड़ाऊ दी गई है ताकि वे एक जगह खड़े होकर अपनी ड्यूटी निभा सकें। हालांकि पुलिस कर्मियों के जूतों के लिए मंदिर के बाहर व्यवस्था की गई है। साथ ही सर्दी के मौसम को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर परिसर के चारों ओर मैट भी बिछाई जाएगी।
श्रद्धालुओं का डाटा भी होगा तैयार
इन व्यवस्थाओं के अलावा मंदिर प्रशासन नए साल से श्रद्धालुओं का डाटा भी तैयार करेगा। इसके लिए मशीनें भी लगाई जाएंगी। साथ ही भक्त नए साल से कॉरिडोर क्षेत्र में भी घूम सकेंगे। इसके अलावा भक्तों को अन्य व्यवस्थाओं का भी लाभ मिलेगा। बताया जा रहा है कि ये पुरानी परंपरा है। हर बार सर्दियों के समय कर्मचारियों के लिए खड़ाऊ का इंतजाम किया जाता है।