खुलेआम गुंडागर्दी क्या होती है? ये देखे पाँच वर्ष बीत गया। लेकिन चुनाव का वक्त आते ही अचानक से कुकुरमुत्ते की तरह कुछ गुंडे प्रजाति के लोग बाहर निकल आये हैं। जो खुलेआम धमकी दे रहे हैं कि अब हमारी सरकार आ रही है। हम जो कर रहे हैं करने दो नहीं तो…….?
इसका प्रत्यक्ष प्रमाण –
(1) पहला वाक्या – एटा शहर के व्यस्ततम बाजार घंटाघर में एक व्यक्ति दुकानदार से 35 रुपये का कुछ सामान ख़रीदता है। बदले में व्यक्ति दुकानदार को 15 रुपये देकर चलदेता है। जब दुकानदार उस व्यक्ती को 20 रुपये के लिए टोकता है तो, वो व्यक्ति कहता है “हिसाब में लिख लेना”। दुकानदार कहता है कि मैं तो तुम्हें जानता ही नहीं तो अंजान व्यक्ति का हिसाब कैसे लिख लूँ? व्यक्ति कहता है अब जान लो और पहचानने की आदत डाल लो अब हमारी सरकार आने वाली है। नहीं सुनोगे तो भुगतोगे…..?
(2) दूसरा वाक्या – शहर के प्रमुख मार्ग बस स्टैंड और होटल माया पैलेस के बीच बिना नंबर की सफेद रंग की कुँअलिश कार एक दुपहिया वाहन चालक को जो कि अपने हाथ पर चल रहा था को साइड मार देता है। इस टक्कर का विरोध करने पर कार में सवार 5 लड़के उतरते ही दुपहिया वाहन सवार को मारने की नियत से आगे बढ़ते हुए गुंडागर्दी पर उतर आए और बोले चुपचाप चला जा नहीं तो जिंदा गाड़ देंगे। ध्यान रखना अब हमारी सरकार आने वाली है।
आखिर ये कौन लोग हैं जो इतने विश्वास से धमकी दे रहे हैं। आखिर ये लोग किसकी सरकार की बात कर रहे हैं। याद रखें पहले चरण का मतदान होने पर इतनी गुंडागर्दी। सोचिए कि आपके एक वोट से गलत सरकार बनगई तो – अगले दुकानदार आप होंगे अथवा अगले दुपहिया वाहन सवार आप होंगे