कोरोना वायरस को ले कर जो भयानक स्थिति थी सभी को अपने नौनेहालों की अधिक चिंता थी इस महामारी के खिलाफ जंग में बच्चों की वैक्सीन का इंतजार अब जल्द खत्म होने वाला है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक वैक्सीन को टीकाकरण अभियान से जोड़ने की प्रक्रिया अंतिम चरणों में है. मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण के मुताबिक जायडस कैडिला कंपनी ने बच्चों के लिए जो वैक्सीन बनाई है उसे के तहत इस्तेमाल की इजाजत दी गई है. भूषण ने बताया कि 12 साल से ऊपर के बच्चों में इस्तेमाल होने वाली इस वैक्सीन को सिरिंज के जरिए नहीं बल्कि ड्राप के जरिए मुंह में दी जाएगा.
भूषण ने बताया कि इसके दाम को लेकर बातचीत अंतिम चरणों में है, जिस पर फैसला होते ही इसे बच्चों पर इस्तेमाल के लिए जारी कर दिया जाएगा. देश में कोरोना की हालत पर जानकारी देते हुए राजेश भूषण ने बताया कि कोरोना के मामलों में गिरावट आने का सिलसिला लगातार जारी है और संक्रमण फिलहाल नियंत्रण में है. हालांकि अभी भी केरल ही चिंता की सबसे बड़ी वजह बना हुआ है. पिछले हफ्ते आए नए मामलों में करीब 60 फीसदी केस केरल से ही दर्ज किए गए थे.
देश में फिलहाल ऐसे 18 जिले हैं, जिनमें संक्रमण दर 10 फीसदी से ज्यादा है. वहीं सरकार ने एक बार फिर आने वाले त्योहारों के दौरान लोगों से ऐहतियात बरतने की अपील की है. आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने लोगों से बिना काम घर से बाहर नहीं निकलने की अपील करते हुए कहा कि त्योहारों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि लोग घूमने फिरने घर से बाहर निकलते हैं. सरकार की ओर से नया नारा भी जारी किया गया है- क्योंकि सुरक्षित नहीं परिवार, तो कैसा त्योहार.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अभी तक 69% लोग ऐसे हैं जिन्हें कोरोना वैक्सीन की एक जबकि 25 फीसदी लोगों को दो डोज लग चुकी है. सूत्रों के मुताबिक टीकाकरण की गति अक्टूबर के महीने में और तेज होने की संभावना है क्योंकि अक्टूबर में वैक्सीन की करीब 28 करोड़ डोज इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगी. इन वैक्सिन में कोवैक्सिन, कोविशिल्ड और स्पूतनिक वी शामिल हैं.