एनबीडी डेस्क
सुनने में ये बडा अजीब सा नहीं लगता, लेकिन यह बात बिल्कुल सही है। ऐसा करना कोई रस्म या खुशी से नहीं हैं ये तो एक मजबूरी है के चलते किया जाता है। यहां बसे एक जाति एवं धर्म विशेष के लोगों में लडकियों की कमी के चलते इस गांव के लोगों ने ये नियम बनाया है। इसके तहत गांव के जिस भी घर में लडकों की संख्या एक से अधिक है वे सभी मिलकर एक ही लडकी से शादी करेंगे।
यह प्रथा है मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा से लगे मुरैना कि, जहां पर एक दुल्हन एक ही परिवार के भाइयों से शादी करती है। शादी के बाद वो बारी बारी से उन पुरूषों के साथ रहती है। इसके चलते गांव के लगभग सभी घरों में एक ही बहू है जबकि उसके पतियों की संख्या एक से कही अधिक है। यदि परिवार का कोई भाई अकेले शादी कर दुल्हन लाता है तो उस पर उसके सभी भाइयों का भी बराबर का हक होगा।
सराय छोला में रहने वाले एक आदमी ने बताया है कि उनके समाज में लडकियों की कमी है जिसकी वजह से ऐसा हो रहा है। रिर्पोट के अनुसार ये बताया जा रहा है कि पूरे गांव में गिने चुने परिवार ही ऐसे हैं जिनमें किसी लडकी का एक ही विवाह हुआ है और एक ही पति है। वरना पिछले कुछ सालों में जिनती भी शादियां हुई हैं उनमें हर लडकी के एक से ज्यादा विवाह भी हुए है और एक से अधिक पति भी हैं। ऐसा पता चला है कि वंहा कई लडकियो के तो आठ पति भी हैं। है ना आश्चर्य जनक बात देखा है कहीं आप लोगों ने ऐसा ?