1. वे कहते थे कि वे पवित्र लोगों के लिए नहीं आए हैं, बल्कि वे पापियों के पश्चाताप के लिए इस धरती पर आए हैं।जिस तरह से उनके पिता उनसे प्रेम करते हैं, उसी तरह से वे भी तुम सब से बहुत प्रेम करते हैं।
2. स्वयं के जीवन को बचाने की बजाय दूसरों के प्राणों की रक्षा करनी चाहिए और गरीब लोगों की सेवा भी करनी चाहिए। तुम अपने लिए जैसा व्यवहार दूसरे से चाहते हो, वैसा ही व्यवहार तुमको दूसरों के साथ करना चाहिए।
3. सभी लोग एक दूसरे से प्रेम करो साथ ही चोरी, हिंसा, लालच, व्यभिचार जैसी बुरी आदतों का त्याग कर दो और इंसान को ईश्वर के मुख से निकले हर शब्द के अनुसार जीवन जीना चाहिए।
4. आप अपने शत्रुओं से भी प्रेम करें जो आपको सताते हैं, उनके लिए भी ईश्वर से आप प्रार्थना करें इससे आप ईश्वर की संतान बनोगे, जो स्वर्ग में निवास करेंगी।
5. तुम अपनी संपत्ति का दान गरीबों को हो तुमको स्वर्ग का खजाना मिल जाएगा। साथ ही तुम अच्छा जीवन व्यतीत करोगे एक अमीर व्यक्ति के स्वर्ग में जाने से आसान काम ऊंट का सुई के छेद से निकल जाने के बराबर है।