कौन सी ऐसी चीज है जिस के दाम आसमान नहीं छू रहे हैं खाना, पेट्रोल, डीजल, गैस,कुछ बाकी नही बचा पेट्रोल-डीजल की हर रोज बढ़ रही कीमतों के बीच बीते दिनों ही एलपीजी (LPG) गैस सिलेंडर के दाम भी बढ़ गए.अगर रासायनिक भाषा को सरलता के साथ प्रस्तुत करें तो प्राकृतिक गैस एक कच्चा माल है. इसे वाहनों में प्रयोग के लिए सीएनजी रसोई में इस्तेमाल के लिए पीएनजी में बदला जाता है. रिपोर्ट के मुताबिक एपीएम गैस कीमतों में बढ़ोतरी शहर गैस वितरण (सीजीडी) कंपनियों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होगा. यानी सीएनजी पाइप वाली प्राकृतिक गैस की लागत बढ़ेगी.इस कारण महंगाई भी बढ़ रही है औऱ सब्जी से लेकर यातायात तक जेब में बड़ा छेद कर रहा है. बढ़ती महंगाई की कड़ी में आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट दिल दहलाने वाली साबित हो सकती है. इस रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े महानगरों में सीएनजी (CNG) पीएनजी के दाम अक्टूबर में 10-11 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं. इसकी वजह बताते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार द्वारा निर्धारित गैस के दाम करीब 76 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है, जिसका सीधा असर सीएनजी पीएनजी की कीमतों पर पड़ेगा.
इस तरह तय करती है सरकार गैस की दर
गौरतलब है कि गैसों के दाम बढ़ाने के लिए सरकार गैस अधिशेष वाले देशों की दरों का इस्तेमाल करती है. इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र की ओएनजीसी जैसी कंपनियों को नामांकन के आधार पर दिए गए क्षेत्रों के लिए प्राकृतिक गैस की कीमतों की भी सरकार हर छह माह में समीक्षा करती है. इस कड़ी में गैसों की कीमतों को लेकर अगली समीक्षा एक अक्टूबर को होनी है. ब्रोकरेज कंपनी के मुताबिक एक अक्टूबर 2021 से 31 मार्च, 2022 तक एपीएम या प्रशासित दर बढ़कर 3.15 डॉलर प्रति इकाई (एमएमटीटीयू) हो जाएगी. फिलहाल यह दर 1.79 डॉलर प्रति इकाई है. इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज बीपी पीएलसी के केजी-डी6 क्षेत्र से गैस की दर 7.4 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू हो जाएगी. ये दोनों ही कंपनियां गहराई वाली जगहों से गैस का उत्सर्जन कर रही हैं.ऐसे में शहरों में गैस वितरण करने वाली कंपनियों को कीमतों में 10-11 प्रतिशत की बढ़ोतरी करनी होगी. अंतरराष्ट्रीय बाजारों के रुख के अनुरूप अप्रैल 2022 से सितंबर 2022 के बीच एपीएम गैस की कीमतें 5.93 डॉलर प्रति इकाई पर पहुंच जाएंगी. अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 तक यही कीमतें 7.65 डॉलर प्रति इकाई को छू रही होंगी. इसका मतलब है कि अप्रैल 2022 में सीएनजी पीएनजी की कीमतों में 22-23 प्रतिशत की वृद्धि होना तय माना जा रहा है. अक्टूबर 2022 में कीमतों में 11 से 12 प्रतिशत बढ़ेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह से एपीएम गैस मूल्य में बढ़ोतरी की वजह से अक्टूबर 2021 से अक्टूबर 2022 के दौरान एमजीएल आईजीएल को कीमतों में 49 से 53 प्रतिशत बढ़ने की प्रबल संभावना है.
पेट्रोल डीजल और एलपीजी गैस के दामों में फिर बढ़ोतरी की आशंका, महंगाई से लोग त्रस्त
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