नई दिल्ली : खाद्य सामग्री , तेल , के बाद अब सब्जियों में भी आग लग गयी है कीमतों में तेजी की वजह पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा होना बताया जा रहा है।कीमतों में इजाफे की एक और वजह जो बताई जा रही है कि इस बार सितंबर के अंत में कई राज्यों में बारिश हुई है, जिसकी वजह से सब्जी की खेती पर बुरा असर पड़ा है। टमाटर तीन गुना और प्याज दोगुना महंगा हुआ महाराष्ट्र-कर्नाटक में भारी बरसात से फसल को हुए नुकसान और ईंधन की बढ़ी कीमतों की वजह से टमाटर, प्याज समेत दूसरी सब्जियों की कीमतों में भारी उछाल आया है।बीते एक महीने में टमाटर के भाव 71 से 143 और प्याज के भाव 38 से लेकर 62 तक चढ़े हैं।
उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार 16 अक्तूबर, 2021 को टमाटर की खुदरा कीमत 110.05 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई। पांच दिन पहले एक किलो टमाटर की कीमत महज 39 रुपये थी। प्याज की कीमत में भी पिछले पांच दिन में पांच रुपये का इजाफा हुआ है। खुदरा बाजार में एक किलो प्याज की कीमत 40.15 रुपये है। दिल्ली में गोभी 85 रुपये, प्याज 80 रुपये और धनिया 300 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। 15 अक्तूबर के पास दिल्ली में प्याज 40 और टमाटर 60 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही थी। नासिक के लासलगांव प्याज मंडी में भाव 5100 रुपये प्रति क्विटल के पार पहुंचा गया है।
केंद्र सरकार ने रविवार को कहा कि बफर स्टॉक जारी होने से प्याज की कीमतों को स्थिर किया जा रहा है, जबकि टमाटर और आलू की कीमतों में नरमी लाने के प्रयास जारी हैं।सरकार ने कहा कि कीमतों में नरमी और न्यूनतम भंडारण हानि सुनिश्चित करने के लिए प्याज के स्टॉक को अगस्त के अंतिम सप्ताह के आधार पर उचित तरीके से बाजार में उपलब्ध कराया जा रहा है। इसलिए 14 अक्तूबर को खुदरा प्याज की कीमत 42 से 57 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में पहुंच गई है