नई दिल्ली : भारत के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा जिसे मंजूरी मिली है इससे पहले सरकारी कंपनी कोल इंडिया 15 हजार करोड़ का आईपीओ लेकर आई थी. विजय शेखर शर्मा ने साल 2000 में पेटीएम की स्थापना की थी. 2010 में कंपनी ने मोबाइल रिचार्जिंग सर्विस की शुरुआत की थी. उसके बाद से कंपनी ने लगातार अपनी सर्विस के दायरे का विस्तार किया और वर्तमान में पेटीएम ऐप की मदद से होटल बुकिंग, ट्रेन-प्लेन का टिकट समेत हर काम किए जा रहे हैं.पेटीएम अभी भारत की दूसरी सबसे ज्यादा वैल्यु वाली इंटरनेट कंपनी से 1 बिलियन डॉलर का फंड इकट्ठा किया था. उस समय इसकी वैल्युएशन 16 बिलियन डॉलर थी. माना जा रहा है कि कंपनी इस साल नवंबर के महीने में लिस्टिंग करेगी.
दुनियाभर के दिग्गजों ने किया है निवेश किया है और इस कंपनी पर दुनिया के दिग्गज निवेशकों ने भरोसा भी जताया है. चाइनीज बिलिनेयर जैक मा की कंपनी एंट फाइनेंशियल ने इसमें भारी भरकम निवेश किया है. इसके अलावा अलीबाबा सिंगापुर, एलिवेशन कैपिटल का तीन फंड, सॉफ्टबैंक विजन फंड और BH इंटरनेशनल होल्डिंग्स ने भी इस कंपनी में निवेश किया है.कंपनी के प्रदर्शन पर गौर करें तो वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का कुल रेवेन्यू 3186 करोड़ रहा था. उससे पिछले वित्त वर्ष यानी 2019-20 में कंपनी का कुल रेवेन्यू 3540 करोड़ रुपए था. कंपनी ने अपने नुकसान को काफी कम किया है. वित्त वर्ष 2021 में कंपनी का कुल नुकसान घटकर 1701 करोड़ रहा, जो उससे पिछले वित्त वर्ष में 2942 करोड़ रुपए रहा था.