नई दिल्ली : सरकार ने कम की आपकी मुशकिलें दिवाली पर शक्कर और चावल बाटने की घोषणा की है इसका लाभ परिवार कार्ड धारकों को दिया जाएगा। पुडुचेरी सरकार ने यह फैसला लिया है। इससे पहले हाल ही में यूपी में भी ऐसा ही कुछ फैसला लिया गया था। यूपी में 31 अक्टूबर तक कार्ड होल्डर्स को प्रति यूनिट जहां तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल दिया जाएगा। वहीं, अंत्योदय कार्ड होल्डर्स को प्रति कार्ड 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल मिलेगा. आप भी कोरोना के नियमों का पालन करते हुए, यहां जाकर राशन ले सकते हैं। दरअसल कार्ड धारक सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक जाकर गेहूं और चावल ले सकते हैं।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा गारंटी अधिनियम में अन्त्योदय राशन कार्ड पर 35 किलोग्राम खाद्यान्न (20 किलोग्राम गेहूं प्रति किलोग्राम दो रुपये की दर से व 15 किलो ग्राम चावल तीन रुपये प्रतिकिलो की दर से) उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही साढ़े तीन लीटर केरोसिन तेल भी प्रति माह मिलता है। वहीं, पात्र गृहस्थी राशन कार्ड पर प्रति यूनिट के अनुसार पांच किलोग्राम खाद्यान्न (गेहूं तीन किलोग्राम दो रुपये की दर से व दो किलोग्राम चावल प्रति किलो ग्राम तीन रुपये की दर से ) उपलब्ध होता है। प्रति राशन कार्ड 2 लीटर केरोसिन भी मिलता है।
Priority Household (PHH) राशन कार्ड जारी किये जाते है। राज्य सरकार लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली (टीपीडीएस) के तहत प्राथमिकता वाले घरेलू परिवारों की पहचान करती हैं। प्राथमिकता राशन कार्ड पर 5 किलो राशन प्रति यूनिट प्रति माह मिलता है। इसमें चाँवल 3 रूपये प्रति किलो और गेँहू 2 रुपया प्रति किलो में दिया जाता है ।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत (BPL) राशन कार्ड जारी किये जाते है। बीपीएल राशन कार्ड पर 10 से 20 किलो राशन प्रतिमाह प्रति परिवार दिया जाता है। राशन की ये मात्रा अलग अलग राज्यों में अलग अलग हो सकती है। इसके साथ अनाज की कीमत भी राज्य सरकारों पर निर्भर करती है। इसलिए प्रति किलो अनाज की कीमत राज्य के अनुसार अलग अलग हो सकता है।