लखनऊ – प्रदेश में मौसम ने करवट लेना शुरु कर दिया है और मौसम विभाग के अनुसार आज कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश भी हुई। दिन में धूप के बाद भी तापमान में गिरावट के चलते सूरज की तपिश से थोड़ी राहत भी मिली है। वहीं कई जिलों में सुबह से बादल छाए हुए हैं साथ ही कानपुर, लखनऊ, उन्नाव, आयोध्या, कन्नौज, बाराबंकी, हरदोई आदि जिलों में भी तापमान में गिरावट और कुछ जगहों पर बारिश भी दर्ज करी गई है। मौसम विभाग ने श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुरखीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बंदायूं, सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर और आसपास बारिश, तेज हवा, बिजली की चेतावनी भी जारी की है।
प्रयागराज में इस सप्ताह पड़ी भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच शुक्रवार आंधी और वर्षा हवा के साथ ही साथ बारिश ने मौसम का मिजाज बदल दिया। अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे लुढ़क गया है और न्यूनतम तापमान में करीब पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट भी आ गई।
इसके बाद अब मौसम विभाग ने भी राहत भरी खबर दी है। अगले तीन दिनों तक बादल, आंधी और वर्षा का मौसम वाला रहेगा इससे तापमान में और गिरावट भी आएगी।
अप्रैल की शुरुआत से ही प्रयागराज में तापमान में बेतहाशा वृद्धि भी हुई है। अप्रैल में ही तीन बार प्रयागराज प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा और तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। भीषण लू के थपेड़ों की वजह से लोगों को मई-जून जैसी गर्मी का अहसास भी होने लगा था पर शुक्रवार को मौसम ने करवट बदलकर लोगों को काफी राहत पहुंचाई। इलाहाबाद विश्वविद्यालय भूगोल विभाग के प्रो. एआर सिद्दीकी ने यह बताया कि अभी उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती परिसंचरण के रूप में मौजूद भी है, जिससे वर्षा की स्थिति बनी हुई है। बरेली में सुबह से खिली धूप ने लोगों को गर्मी का एहसास करना शुरू कर दिया है। मगर दोपहर में अचानक से सूर्य बादलों के साए में आ गया और उसकी तपन कम होने से लोगों ने राहत की सांस भी ली। हालांकि बूंदाबांदी नहीं हुई, सिर्फ ठंडी हवाएं ही चली और मौसम वैज्ञानिक डा. आरके सिंह बताते हैं कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से अचानक से मौसम का मिजाज बदला हुआ था। उसी का असर था जो शुक्रवार को मैदानी क्षेत्रों में कुछ बादल बने ही रहे थे। जिसकी वजह से तापमान में करीब एक से दो डिग्री की गिरावट भी दर्ज की गई थी। उन्होने साफ किया अब आगामी दिनों में वर्षा के कोई आसार नहीं हैं। सिर्फ तापमान में ही बढ़ोतरी होगी और अप्रैल के अंतिम दिनों में लू चलने की भी संभावना हैं। मई के बीच में लू अपने चरम पर होगी। ऐसे में लोगों को उससे बचाव की जरूरत है। जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डा. एएम अग्रवाल यह बताते हैं कि लू से बचने के लिए के लोगों को अपने साथ पानी अवश्य रखना चाहिए। यदि हीट स्ट्रोक की आशंका हो तो तत्काल प्रभाव से डाक्टर को भी दिखाना चाहिए।