पुलिस ने एक दिन पहले से सोशल मीडिया पर चल रहे अवैध उगाही व ब्लैकमेलिंग करने वाले पत्रकरो के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उनके स्थानों पर दबिश दी। एसएसपी अभिषेक यादव के निर्देश पर सिविल लाइन पुलिस ने अवैध उगाही व ब्लैकमेलिंग करने वाले दैनिक भारत समाचार के डालचंद मार्किट स्थित कार्यालय पर दबिश दी, मगर कोई पुलिस के हाथ नही लग सका। एसएसपी ने उक्त मामले में सख्त कार्यवाही के आदेश दिए है। गौरतलब है कि एक दिन पहले से सोशल मीडिया पर कुछ तथा कथित पत्रकारों के खिलाफ सोशल मीडिया पर खबर चल रही थी। ऑडियो व वीडियो भी वायरल हुई थी, जिसमे लिखा था कि किस तरीके से फर्जी पत्रकार बनाये जाते है, और अवैध वसूली व उगाही तथा कथित पत्रकार करते है, इस ऑडियो में सुनकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
जनपद में ही नही आसपास के जिलों में भी बेशुमार, बेरोजगार, तथाकथित पत्रकार ब्लैकमेलिंग कर अपना पेट भर रहे है।
ऑडियो में जो व्यक्ति बोल रहा है। इस व्यक्ति से पहले वसूली की जाती है, फिर इससे कुछ पैसे लेकर इसका कार्ड जारी कर दिया जाता है, जिससे पता चलता है कि पत्रकार बनना कितना आसान है। फिर से उस व्यक्ति से वसूली करने यही लोग पहुच जाते है, इस बार ककरौली निवासी यह व्यक्ति इनकी वीडियो व फ़ोटो लेकर वायरल कर देता है, यही खबर ताकि उगाही कर पत्रकारों को बदनाम करने वाले लोगो का पर्दाफाश हो, इसकी शिकायत भी पुलिस में कर दी गई, लेकिन ऐसे फर्जी पत्रकारों की पोल अब समय समय पर खुलती रहेगी, सुनिए ऑडियो, और लगाइए अंदाज़ा, हो क्या रहा है आखिर।
सूत्रों की माने तो जनपद में पुलिस एक बार फिर पत्रकारिता के लिबास में ब्लेकमैलरो के खिलाफ अभियान चला सकती है। शामली व मुज़फ्फरनगर जनपद में ऐसे ब्लैकमेलरों की संख्या अधिक नज़र आती हैं, इसकी शुरुआत आज पुलिस ने दबिश देकर कर दी है। अब देखना यह है कि आये दिन बढ़ती जा रही पत्रकारिता में ब्लैकमेलरों की संख्या पर अंकुश लगता है या नही, जबकि प्रशासन हर तरीके से इसके लिए प्रयासरत है, मगर प्रशासन का इसमे सहयोग पत्रकारों को स्वयं करना पड़ेंगा।