नई दिल्ली। सीबीएसई बोर्ड 12वीं कक्षा की परीक्षा रद्द करने की बजाय विभिन्न विकल्पों की तैयारी कर रहा है। रविवार को केंद्र और राज्यों की बैठक के लिए तीन प्रकार के प्रस्ताव भी विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में 12वीं बोर्ड परीक्षा के आधार पर ही उच्च शिक्षा और नौकरी में तवज्जो मिलती है। इसलिए पिछले साल की तर्ज पर 12वीं बोर्ड परीक्षा मुख्य विषयों यानी मेजर सब्जेक्ट की परीक्षा लेने पर विचार किया जाए। जबकि अन्य बचे विषयों का मूल्यांकन से मार्किंग के लिए कोई फार्मूला बनाने और जो छात्र कोविड-19 के चलते परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे, उन्हें अलग से मौका दिया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, बेशक कुछ राज्य और छात्र समेत सामाजिक संगठन सोशल मीडिया पर परीक्षा रद्द करने को लेकर अभियान चलाए हुए हैं, लेकिन सीबीएसई बोर्ड का मानना है कि सभी छात्र परीक्षा रद्द नहीं कराना चाहते हैं। क्योंकि ऐसा होने से उन्हें ही जीवनभर परेशानी झेलनी पड़ेगी। सीबीएसई बोर्ड और राज्यों के प्रदेश शिक्षा बोर्ड के लिए एक ही फार्मूला तय होगा, ताकि किसी को फायदा और दूसरे को नुकसान न पहुंचे।