रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट– केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजना राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना भी जिम्मेदार अधिकारियों की मनमानी के चलते कमीशन खोरी की भेंट चढ़ रही है जहां पर जिम्मेदार अधिकारी अपनी मनमानी करते हुए व ठेकेदारों से मिलीभगत करके सरकारी पैसे का बंदरबांट कर रहे हैं व जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को दागदार बनाने का प्रयास किया जा रहा है l
ऐसा ही एक मामला सामने आया है रामनगर विकासखंड में तैनात खण्ड़ विकास अधिकारी आशाराम सिंह का l
जहां पर खंड विकास अधिकारी आशाराम सिंह द्वारा मनरेगा के कार्यों में जमकर कमीशनखोरी करते हुए भुगतान किए जा रहे हैं व खंड विकास अधिकारी आशाराम सिंह द्वारा ठेकेदारों से 7 परसेंट की कमीशन खोरी ली जा रही है व मुख्य विकास अधिकारी के नाम पर 2% की वसूली आशाराम सिंह द्वारा की जा रही है जिसमें ठेकेदारों को 9 %कमीशन देकर भुगतान मिल पा रहा है l
वही खंड विकास अधिकारी द्वारा बिना कार्यों की जांच किए हुए मनमाने तरीके से भुगतान किया जा रहा है l
हद तो तब हो गई…
जब खण्ड विकास अधिकारी आशाराम सिंह द्वारा सीडीओ के नाम पर 2% की वसूली की जाने लगी l खण्ड विकास अधिकारी द्वारा गांव गलियारों में मुख्य विकास अधिकारी को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है ठेकेदारों के बीच यह बात जोर-शोर से उठने लगी है कि जब जिले के जिम्मेदार मुखिया ही कमीशन खोरी पर उतर आएंगे तो आम जनता कैसे बच पाएगी l वैसे तो छोटे-मोटे कर्मचारी के कमीशन खोरी के चर्चे मिलते रहते हैं l
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि खंड विकास अधिकारी आशाराम सिंह द्वारा बिना किसी भय के मुख्य विकास अधिकारी के नाम पर कमीशन खोरी की जा रही है व अपने चहेते ठेकेदारों को मनमाने तरीके से भुगतान किया जा रहा है l
जबकि मनरेगा के जिन कार्यों के भुगतान किए गए हैं वहां के कार्यों की हालात देखते ही बनती है जहां पर विकास कार्यों के नाम पर लीपापोती करते हुए कार्य कराए गए हैं l
ब्लॉक मुख्यालय के गाँव रामनगर में विकास कार्यों की हालत देखते ही बनती है जहां पर खाली मिट्टी डालकर इंटरलॉकिंग खड़ंजा का निर्माण करा दिया गया है ग्राम प्रधान व सचिव की मनमानी इस कदर देखने को मिली है कि ठेकेदार द्वारा अपने तरीके से मानक विहीन कार्य कराते हुए भुगतान करा लिया गया है l
वही खंड विकास अधिकारी आशाराम सिंह द्वारा बिना कार्यों की जांच कराए हुए भुगतान कर दिया गया है l
इसी प्रकार ग्राम पंचायत देउँधा में प्रधान व सचिव की मनमानी के चलते ठेकेदार ने मानक विहीन कार्य कराए हैं व खंड विकास अधिकारी ने बिना कार्यों की जांच कराएं भुगतान कर दिए हैं l
अब देखना यह है कि सरकारी पैसे का बंदरबांट करने वाले व कमीशन खोरी के चलते जिम्मेदार अधिकारियों को बदनाम करने वाले लापरवाह खंड विकास अधिकारी आशाराम सिंह के ऊपर जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी क्या कार्यवाही करने का काम करेंगे यह एक बड़ा सवाल है l
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