रिपोर्ट- संजय सिंह राणा
चित्रकूट– आधुनिक भारत निर्माण का सपना संजोए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास को लेकर लाखों रुपए का बजट दिया जा रहा है वही विकास कार्यों को गति देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सरकारी नौकरशाहों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि ग्राम पंचायतों के विकास में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए लेकिन सरकार के नौकरशाहों द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास के लिए आए बजट को बंदरबांट करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है जिसके चलते ग्राम पंचायतों के विकास कार्य सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गए हैं व जो भी कार्य ग्राम पंचायतों में कराए गए हैं वह भी मानक विहीन कराए गए हैं जब ग्राम पंचायतों में हुए विकास कार्यों को लेकर शिकायत कर्ताओं द्वारा शिकायत की जाती है तो उसमें जांच तो बैठ जाती है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर मामले की लीपापोती करते हुए नजर आते हैं वही सरकार के नुमाइंदों द्वारा इन भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाता है l
ऐसा ही एक मामला सामने आया है मऊ विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सेसा सुबकरा का l
ग्राम पंचायत सेसा सुबकरा में विकास कार्यों के नाम पर जमकर लीपापोती की गई है जहां पर ग्राम प्रधान व सचिव सहित तकनीकी सहायकों की मनमानी खूब देखने को मिली है जहां विकास कार्यों के नाम पर लीपापोती करते हुए सरकारी पैसे का जमकर बंदरबांट किया गया है l
दिलीप कुमार मिश्र पुत्र दिनेश चंद्र मिश्र निवासी ग्राम शिवपुर मजरा सेसा सुबकरा तहसील मऊ जनपद चित्रकूट ने माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में दायर रिट में ग्राम पंचायत सेसा सुबकरा में हुए लाखों रुपए के गबन की बात की जिसमें शिकायती पत्र के अनुसार परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण चित्रकूट एवं जिला पंचायत राज अधिकारी चित्रकूट के संयुक्त रूप से जांच कराई गई जिसमें जांच आख्या में परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण चित्रकूट द्वारा उक्त जांच में आख्या के अनुसार ग्राम पंचायत सेसा सुबकरा में कराए गए 62 कार्यों पर 46 लाख 81 हजार 701 रुपए 39 पैसे का दुरुपयोग किया गया है जिसमें दिवाकर त्रिपाठी पूर्व प्रधान द्वारा 12,44,054 रुपए ,प्रमोद कुमार ग्राम प्रधान द्वारा 4,29,277.99 ,पूर्व ग्राम पंचायत सचिव श्री राम लाल मिश्रा सहायक विकास अधिकारी पंचायत रामनगर द्वारा 11 लाख 21 हजार 256.58 रुपए ,सतीश चंद्र पांडे ग्राम पंचायत सचिव द्वारा ₹1,13,086, शेषनाथ सिंह ग्राम पंचायत सचिव मृतक द्वारा 28, 962.50 रुपए,जानकी शरण सिंह ग्राम विकास अधिकारी द्वारा 41,818.33 रुपए,ओम प्रकाश वर्मा ग्राम पंचायत सचिव सेवानिवृत्त ग्राम विकास अधिकारी द्वारा 1,41,746.78 रुपए, रूप नारायण सिंह ग्राम पंचायत सचिव द्वारा 26462 रूपए , एन आई गनी तकनीकी सहायक द्वारा 162843.44 रुपए,एसके पांडे /संजय कुमार पांडे तकनीकी सहायक द्वारा ₹9,60,521.92 रुपए, आर के पांडे अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा 1,12,137.25 रुपए, एस पी तिवारी अवर अभियंता लघु सिंचाई द्वारा 78,236.33 रुपए एवं वेद प्रकाश अवर अभियंता जिला पंचायत द्वारा 21,297.67 रुपए सरकारी धन का दुरुपयोग करने/कराने के लिए उत्तरदाई/जिम्मेदार ठहराया था जिसमें ग्राम प्रधान व अन्य दोषी अधिकारियों /कर्मचारियों के विरुद्ध थाना कोतवाली मऊ में प्रथम सूचना रिपोर्ट 0 128 / 26-06-2018 धारा 409 दर्ज है जिसमें आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है l
ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में धांधली करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों सहित ग्राम प्रधान के ऊपर मुकदमा दर्ज होने के बाद भी कार्यवाही लंबित पड़ी हुई है l
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि ग्राम पंचायत सेसा सुबकरा में विकास कार्य के नाम पर हुई लीपापोती में सरकार के नुमाइंदे ही भ्रष्टाचारियों का संरक्षण करते हुए दिखाई दे रहे हैं l
जबकि केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं लेकिन सरकार के नुमाइंदों सहित सरकारी नौकरशाह भी सरकारी निर्देशों का उल्लंघन करते हुए नजर आते हैं l
सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर ग्राम पंचायत सेसा सुबकरा के विकास कार्यों में सरकारी धन का गबन करने वाले ग्राम प्रधान व सचिव सहित जिम्मेदार अधिकारियों के ऊपर कब कार्यवाही हो पाएगी यह एक बड़ा सवाल है l