खबर का हुआ दमदार असर
रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट– जिला मुख्यालय से सटे ग्राम पंचायत कालूपुर पाही में पशु आश्रय स्थल में टीन शेड निर्माण के नाम पर हुए सरकारी पैसे के बंदरबाट की खबर चलते ही जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय ने खबर को संज्ञान में लेते हुए त्रिसदस्यीय जांच कमेटी गठित कर चौबीस घंटे के अंतर जाँच रिपोर्ट देने को कहा जिसमें पशु आश्रय स्थल में टीन शेड निर्माण के लिए आई धनराशि का बंदरबाट करने वालों पर जाँच टीम ने जाँच शुरू कर दी है l
खबर प्रकाशित होने पर पशु आश्रय स्थल का निर्माण शुरू कर दिया गया है व जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा करने के लिए प्रधान सचिव व ठेकेदार लगे हुए हैं जिससे कार्यवाही से बच सकें l
जिला मुख्यालय से सटे कालूपुर पाही गाँव में पशु आश्रय स्थल में टीन शेड निर्माण के नाम पर लाखों रुपए का गबन किया गया था व बिना कार्य कराए ही भुगतान कर दिया गया थाl
ग्राम पंचायत कालूपुर पाही में तैनात सचिव सुरेन्द्र नाथ सिंह, ग्राम प्रधान ओम प्रकाश, तकनीकी सहायक रामकेशन रैकवार व खण्ड विकास अधिकारी सुनील कुमार सिंह की मिलीभगत से पशु आश्रय स्थल में टीन शेड के नाम पर लगभग सवा पाँच लाख रुपये का फ़र्जी भुगतान कर दिया गया है l
ग्राम पंचायत कालूपुर पाही में बने अस्थायी गौशाला में गौवंशो की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है गौवंश कीचड़ में खड़े रहते हैं उनके बैठने तक के लिए कोई जगह नहीं है जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने सरकार के निर्देशानुसार स्थाई पशु आश्रय स्थल का निर्माण कराये जाने के निर्देश दिये थे जिसमें पशु आश्रय स्थल में टीन शेड निर्माण के लिये लाखों रुपए की धनराशि स्वीकृत की थी जिसको बिना कार्य ही निकाल लिया गयाl
खण्ड विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान व सचिव की मिलीभगत से लाखों रुपये का फ़र्जी भुगतान किया गया है l
कमीशन खोरी के चलते टीन शेड का फ़र्जी भुगतान हुआ था l
इस फ़र्जी भुगतान में सचिव प्रधान से लेकर खण्ड विकास अधिकारी तक भ्रष्टाचार में लिप्त थे l
जब नया भारत दर्पण समाचार की टीम ने अस्थायी गौशाला व पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण कर खबर प्रकाशित की तो पशु आश्रय स्थल में टीन शेड निर्माण के लिए आये धन के बंदरबाट का खुलासा हो सका जिसमें प्रकाशित खबर को जिलाधिकारी द्वारा संज्ञान में लेते हुए जाँच कमेटी गठित कर चौबीस घंटे के अन्दर जांच रिपोर्ट मांगी है l
खण्ड विकास अधिकारी राजेश कुमार नायक ने जानकारी देते हुए कहा कि खबर प्रकाशित होते ही जिलाधिकारी महोदय ने त्रिसदस्यीय जाँच कमेटी गठित कर चौबीस घंटे के अंदर जाँच रिपोर्ट मांगी है जिससे सरकारी धन का बंदरबाट करने वालों पर कार्यवाही हो सके l
बिना कार्य हुए भुगतान करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों पर जिला प्रशासन शिकंजा कसना शुरू कर दिया है l