फर्जीवाड़ा करते हुए सरकारी कर्मचारियों के नाम निकाला गया पैसा
रिपोर्ट – संजय सिंह राणा
चित्रकूट- ग्राम पंचायतों के विकास को लेकर जहां सरकार हर संभव प्रयास कर रही है वहीं दूसरी ओर ग्राम प्रधान व सचिव की मनमानी के चलते सरकारी पैसे का जमकर बंदरबांट किया जा रहा है ठेकेदारों व सचिव, प्रधान की मनमानी के चलते ग्राम पंचायतों में मानक विहीन कार्य करा कर सरकारी धन का दुरुपयोग मनमाने तरीके से किया जा रहा है l हद तो तब हो गई जब ग्राम प्रधान व सचिव व तकनीकी सहायक की मिलीभगत से सरकारी कर्मचारियों के नाम फर्जीवाड़ा करते हुए भुगतान किए गए l
मामला है कर्वी विकासखंड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत भगनपुर का। ग्राम पंचायत भगनपुर में मनरेगा योजना के तहत कराए गए कार्यों में धांधली सामने आई है l
जहां पर ग्राम प्रधान व सचिव की मनमानी खूब देखने को मिली है l ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना से कराये गए कार्यों मे जुनियर विद्यालय में इंटरलॉकिंग खड़ंजा निर्माण, अमीरी के दरवाज़े से भॊला के घर तक इंटरलॉकिंग खडंजा निर्माण व मेन रोड से प्राथमिक विद्यालय के गेट तक हुए इंटरलॉकिंग खडंजा निर्माण में धांधली की गई है l
ग्राम पंचायत में रामप्रकाश पुत्र सदाशिव के समतलीकरण व मेड़बन्दी कार्य में जमकर धांधली की गई है किए गए समतलीकरण कार्य में अनुदेशक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के नाम फर्जीवाड़ा करते हुए भुगतान किए गए हैं l
श्याम सुंदर पटेल पुत्र भगवानदीन के नाम पर मनरेगा योजना का कार्य दिखाकर भुगतान किए गए हैं जबकि श्याम सुन्दर पुत्र भगवानदीन ग्राम पंचायत भगनपुर के मजरे ठर्री के रहने वाले हैं व पूर्व माध्यमिक विद्यालय सेमरिया जगन्नाथ वासी में अनुदेशक के पद पर तैनात हैं वहीं लालाराम नगर पंचायत चित्रकूट सतना में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर तैनात रहते हुए मनरेगा योजना के पैसे का बिना कार्य किए हुए पैसा आहरण करने का काम किया गया है l
मनरेगा योजना में फर्जीवाड़ा करते हुए सरकारी धन का जमकर बंदरबांट किया गया है l
ग्राम पंचायत भगनपुर में कराए गए मानक विहीन कार्यो व मनरेगा योजना में हुए फर्जीवाड़े की बिना जांच किए हुए खंड विकास अधिकारी द्वारा कमीशन खोरी करके भुगतान कर दिया गया है l
सबसे बड़ी सोंचने वाली बात यह है कि ग्राम पंचायत भगनपुर के विकास कार्यों में सरकारी धन का बंदरबाट करने वाले ग्राम प्रधान व सचिव,तकनीकी सहायक व बिना कार्यों की जाँच किये भुगतान करने वाले खण्ड़ विकास अधिकारी के ऊपर जिला प्रशासन कब शिकंजा कसने का काम करेगा l