गौरव शुक्ला की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद। काकुत्स्थ समाज एकता विकास समिति के बैनर तले आयोजित काकुत्स्थ विजय दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त सीओ रामसेवक सक्सेना ने कहा कि काकुत्स्थ समाज की उपेक्षा का भाजपा को भविष्य में खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश भर में समाज के लोगांे की तादात करीब 12 करोड़ है लेकिन राजनैतिक भागीदारी की बात आई तो उन्हें उपेक्षित कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि काकुत्स्थ समाज का 90 प्रतिशत वोट भाजपा को मिलता है लेकिन इस बार कुछ अलग ही हवा दिखाई दे रही है। नगर के डीपीबीपी विद्यालय में आयोजित विजय दिवस पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि काकुत्स्थ नामदेव क्षत्रिय महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय काकुत्स्थ ने कहा कि 15 सितम्बर 1997 को प्रदेश सरकार द्वारा दर्जी के स्थान पर काकुत्स्थ शब्द को मान्यता दी गई थी। इसीलिए हम विजय दिवस मनाते हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी जिला स्तर पर काकुत्स्थ समाज को पिछड़ी जाति के प्रमाण पत्र जारी नहीं किये जा रहे हैं इसके लिए संघर्ष करना पड़ेगा।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नरेश कुमार ने बच्चों की पढ़ाई पर जोर दिया और कहा कि जो साधनहीन हैं उनके बच्चों की पढ़ाई के लिए समाज के सम्पन्न लोगांे को सहयोग करना चाहिए। इस मौके पर जिला काकुत्स्थ समाज एकता विकास समिति का चुनाव हुआ जिसमेें एक बार फिर डाॅ. जागेश्वर प्रसाद सक्सेना को जिलाध्यक्ष चुना गया। इसके अलावा रामसेवक सक्सेना को कार्यकारी जिलाध्यक्ष, अरविन्द कुमार को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, आनन्द स्वरूप को महामंत्री, देवेश को कोषाध्यक्ष, सत्येन्द्र सक्सेना को संगठन मंत्री, रमेश चन्द्र सक्सेना को संगठन मंत्री, प्रदीप कुमार को प्रचार मंत्री, विनय को संयुक्त मंत्री निर्वाचित किया गया। रिक्त पदों पर अध्यक्ष एवं महामंत्री को मनोनयन करने का अधिकार दिया गया। कार्यक्रम का संचालन संस्थापक राजेश निराला ने किया। इस अवसर पर सत्येन्द्र, संजय, राजाराम, रमेश चन्द्र, आनन्द स्वरूप, देवेश आदि लोग मौजूद रहे।