रिपोटर-अरुण विकास पाठक
फर्रुखाबाद
गंगा के तट पर बसी राम की नगरी में आस्था का सैलाब उमड़ने लगा है। मनोकामना पूरी होने पर कोई कथा, भागवत और भंडारे, कन्याभोज कर रहा है, तो कोई मां गंगा की पहनावन कर रहा है। ब्रह्म मुहूर्त से शुरू ही हर-हर गंगे उद्घोष से डुबकी लगाने का क्रम शाम को गंगा आरती तक चलता रहता है।
पांचाल घाट पर लगे मेला रामनगरिया का अद्भुत दृश्य देखते ही बन रहा है। रविवार को बाबा विष्णुदास महाराज के क्षेत्र में भंडारा हुआ। श्रीपंचदश नाम जूना अखाड़ा के क्षेत्र में महंत सत्यगिरी महाराज ने विधिविधान से रामचरित मानस पाठ का 24 घंटे अखंड पाठ किया। छुट्टी का दिन होने से मेले में खासी भीड़ रही। लोगों ने गंगा स्नान कर मेला देखा। बाजार में खरीदारी और मनोरंजन भी किया।गंगा को प्रदूषण मुक्त करना हम सबकी जिम्मेदारी
आपातकाल लोकतंत्र सेनानी समिति और गंगा प्रदूषण निवारण समिति ने सांस्कृतिक पंडाल में लोकतंत्र सम्मेलन व पर्यावरण गोष्ठी का आयोजन किया। संयोजक ब्रजकिशोर मिश्र ने कहा कि गंगा का प्रदूषण हम सबके लिए चुनौती है। गंगा की पवित्रता बनाए रखने के लिए प्रदूषण मुक्त करना जरूरी है। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार लगातार कदम उठा रही है। गंगा को गंदा न करने के लिए हम सबको जागरूक होना ही होगा।
महंत बाबा बालकदास ने कहा कि मां गंगा की पवित्रता उसके प्रवाह में है। मां गंगा के प्रवाह मार्ग में हजारों साल से सभ्यताएं पनपती रही हैं। संत समाज सरकार के उस निर्णय के साथ है, जो गंगा को अविरल निर्मल बनाने की दिशा में है। एसडीएम अनिल कुमार ने भी गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने के बारे में भी बताया है। इस दौरान रामलखन मिश्रा, रामसिंह बाथम, राहुल मिश्रा, रजनीश, राधेश्याम, विजयपाल सिंह आदि मौजूद रहे।
जरूरतमंदों को दिए नि:शुल्क चश्मे
मेला रामनगरिया में द हंस फाउंडेशन की ओर से महंत हरि प्रिया के नेतृत्व में नि:शुल्क चश्मे वितरित किए गए। आंखों को चेक कराने और चश्मा लेने के लिए कल्पवासियों की भीड़ लगी रही। डॉ. शाहिद सिद्दीकी ने 250 लोगों की जांच कर दवा व चश्मे दिए।तट पर पड़े कूड़े को किया भूविसर्जित
फर्रुखाबाद। समर्थ सामाजिक संस्था ने पांचाल घाट स्थित दुर्वासा ऋषि आश्रम घाट पर श्रमदान किया। संस्था के सदस्यों ने घाट पर बिखरी अपशिष्ट सामग्री एवं कूड़े को इकट्ठा कर भूविसर्जित किया। उपाध्यक्ष आलोक गुप्ता ने कहा कि फर्रुखाबाद को अपना घर समझें। न खुद गंदगी करें और न ही करने दें। गंगा में यदि कोई गंदगी फेंके, तो उसे शालीनता से मना करें। इस मौके पर सतीश आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
शोभायात्रा से दिया कुरीतियां मिटाने का संदेश
फर्रुखाबाद। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा और वेद प्रचार मंडल आर्यावर्त की देखरेख में शोभायात्रा निकाली गई। इसमें समाज में फैली कुरीतियों को समूल नष्ट करने पर बल दिया गया। योगासन, तलवारबाजी आकर्षण का केंद्र रही। जगह-जगह फूलों की वर्षा करके भक्तों ने स्वागत किया। स्कूली छात्र भी शोभायात्रा का आकर्षण रहे।
मेला रामनगरिया में चल रहे चरित्र निर्माण शिविर से निकली शोभायात्रा को एसपी अशोक कुमार मीणा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शोभायात्रा मे सजी झांकियां युवाओं में सदाचार की भावना भरने वाली थीं। आर्यवीर दल के युवा शारीरिक प्रदर्शन, योगासन करते चल रहे थे।
एक झांकी आग के गोले से निकलने का प्रदर्शन करने की थी। माउथ फायर, लाठी और तलवारबाजी का प्रदर्शन आकर्षण का केंद्र था। देशभक्ति गीतों पर युवा थिरक रहे थे। मेला व्यवस्थापक और अफसरों ने फूलों की वर्षा करके यात्रा का स्वागत किया।
मुख्य अतिथि एसपी ने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती की स्त्री शिक्षा को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाकर स्वतंत्रता के लिए भारतीयों को जगाया। अध्यक्षता कर रहे लखनऊ से आए देवेंद्रपाल आर्य ने कहा कि आर्य समाज एक आंदोलन है।
इसे स्वामीजी ने पाखंड के खिलाफ चलाया था। अंत में आचार्य चंद्रदेव शास्त्री ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर प्रमोद कुमार यादव, डॉ. शिवराम सिंह, डॉ. हरिदत्त द्विवेदी, डॉ. रविंद्र यादव, रामचंद्र सिंह विनोद राठौर आदि थे