अवनीश कुमार मिश्र की रिपोर्ट
मोतीगंंज ,गोण्डा। कोरोना के संक्रमितो को लेकर व्यवसायियों का फूटा गुस्सा दूकाने वही सील हो जिसके परिवार के लोग पाॅजटिवि पाये गये हो मोतीगंज कस्बा सील कर प्रशासन ने बन्द करायी थी दुकानें व्यवस्था के नाम पर लोगों को एक भी दुकान खोलने की नही दी थी अनुमति लेखपाल को कस्बे के व्यापारी घंटों बनाये रहे बंधक मौके पर पहुंच पुलिस ने लेखपाल को मुक्त कराया है।
बताते चले शुक्रवार दोपहर लगभग बारह बजे मोतीगंज थाना क्षेत्र के हल्का लेखपाल मोतीगंज बाजार में किराना व सब्जी के दुकानों का पास जारी करने पहुंचे थे तभी अचानक सभी व्यापारियों के दरवाजे खुलने लगे और व्यापारियों ने घर से बाहर निकलकर लेखपाल को घेर लिया व्यापारियों की एक ही मांग थी कि जिन घरों में कोरोना संक्रमित पाए गए हैं उन्हीं घरों को सील कर क्वारंटीन किया जाए पिछले 1 हफ्ते से व्यापारी घरों में कैद हैं और फल सब्जी दूध के लिए तरस रहे हैं। इसकी सूचना लेखपाल व संबंधित विभाग को दी गई परन्तु इस पर ध्यान नहीं दिया गया जिससे व्यापारियों की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। व्यापारियों के घेराव के सम्बन्ध में बंधक बनाए जाने की सूचना जब प्रभारी निरीक्षक मोतीगंज कन्हई प्रसाद को हुई तो थाने के अतिरिक्त पुलिस बल के साथ उप निरीक्षक सुनील यादव को भेजा दरोगा सुनील यादव ने बताया कि कुछ नामजद लोगों की सूची लेखपाल ने हमें दी है जिसमें कुछ व्यापारियों का नाम है लेकिन कोई तहरीर नहीं दी है हल्का लेखपाल कन्हई लाल ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर व्यापारी अड़े थे पुलिस के पहुंचने पर व्यापारियों ने धीरे-धीरे घर का रास्ता नाप लिया।