दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
गोंडा। जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने मंगलवार को हुए कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन की समीक्षा की। कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी ने ड्राई रन के दौरान मिली कमियों की समीक्षा की तथा कमियों को दूर करने के साथ ही कोविड वैक्सीनेशन में लगाए गए स्टाफ का पुनः प्रशिक्षण कराएं तथा अस्पताल में वैक्सीनेशन के दौरान कोविड-19 प्रोटोकाल तथा सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन सुनिश्चित कराएं तथा यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित हो कि हर लाभार्थी के पास उसका परिचय पत्र अनिवार्य रूप से हो। वैक्सीनेशन के दौरान कोई भी स्टाफ या लाभार्थी बिना परिचय पत्र ने मिले, यह कड़ाई से सुनिश्चित किया जाय।
बैठक में डब्लूएचओ के अधिकारी द्वारा बताया गया कि माॅक ड्रिल के दौरान कई कमियां पाई गई हैं। जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देशित किया कि डब्लूएचओ की बाइड लाइन के अनुसार समस्त वेकसीनेान स्टाफ का पुनः प्रशिक्षण कराएं तथा महिला अस्पताल के सीएमएस को निर्देश दिए कि वे महिला अस्पताल के स्टाफ को कोविड वैक्सीनेशन पोर्टल की ट्रेनिंग दिलाएं। एससीपीएम अस्पताल में भीड़ ज्यादा होने की समस्या बताई गई जिस पर डीएम ने निर्देश दिए कि अस्पताल प्रशासन से वार्ता कर कोविड-19 प्रोटोकाॅल तथा सोशल डिस्टेन्सिंग का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय। बायोमेडिकल बेस्टेज के बारे में बताया कि बायो मेडिकल बेस्टेज ले जाने वाली कम्पनी द्वारा बायो मेडिकल बेस्टेज का डिस्पोजल समुचित तरीके से नहीं किया जा रहा है। इस पर डीएम ने निर्देष दिए कि सम्बन्धित एजेन्सी तथा महानिदेशक को इस बारे में पत्र लिखकर अवगत करया जाय। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि कन्ट्रोल रूम के नम्बर क्रियाशील हों यह भी सुनिश्चित किया जाय।
बैठक में सीडीओ शशांक त्रिपाठी, सीएमओ डा0 अजय सिंह गौतम, एएसपी महेन्द्र कुमार, सीएमएस महिला अस्पताल डा0 ए0पी0 मिश्रा, बीएसए इन्द्रजीत प्रजापति, डीपीओ मनोज कुमार, डब्लूएचओ के अधिकारी विनय डांगे, डीएमसी यूनीसेफ शेषनाथ सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।