धर्मेन्द्र कुमार कन्नौजिया की रिपोर्ट
सेवरही/कुशीनगर:- आज पूरा देश कोरोना वायरस की इस महामारी से जूझ रहा है लेकिन एक तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं जो कोरोना के साथ-साथ बाढ़ से भी बहुत जूझ रहे हैं और उनका परिवार बहुत ही प्रभावित हो गया है। जिसमे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी बिल्कुल अस्त व्यस्त हो गयी है। उन्हें अपने परिवार का पालन-पोषण करने में बहुत मुश्किलो का सामना करना पड़ रहा है।
इस दयनीय अवस्था को देखकर कुशीनगर जिले में ही संचालित संकल्प संस्थान जो हर तरह के जरूरतमंद लोगों के उत्थान और ग्रामीण विकास के लिए काम करती है।
ये टीम निरंतर बाढ़ पीड़ित क्षेत्र जैसे पिपरा घाट, इमिलिया टोला, विरवट, देवनारायण टोला, बिनटोली, मोतिराय, मुसहरी टोला, अहिरौली दान में राहत सामग्री (खाद्य पदार्थ) उपलब्ध करवा रहे हैं अभी तक इन्होंने 450 परिवारों को खाद्य सामग्री पहुँचा दिया है, जिससे उनकी कम से कम एक हफ्ते की खाद्यापूर्ती हो सके। राहत सामग्री में आलू, प्याज, चावल, आटा, दाल, तेल, बेसन, सोयाबीन, नमक, हल्दी, चना, बिस्कुट आदि शामिल हैं।
ये संस्थान उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देवापुर, मोहम्मदपुर, बरौली जिला गोपालगंज बिहार में भी 200 लोगो तक बना बनाया खाना पहुँचा रही है।
संस्थान के संस्थापक विकास कुमार जो कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान(ऐनआईटी) हमीरपुर हिमाचल प्रदेश में अंतिम वर्ष के बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग(बी.टेक) के छात्र हैं, उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की स्थिति बहुत ही खराब है और जब तक हमसे संभव होगा तब तक हम उनकी सहायता करते रहेंगे।
उन्होने ये भी बताया कि इस काम को करने के लिए दोस्तों अल्लाउद्दीन अंसारी,आकाश,विजय, सत्यम, अभिषेक, अर्पित,सौरभ, विक्की सोनी, विनोद, हरिकेश आदि और कॉलेज के एलुमनाई, शिक्षक का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिन्होंने हमारी बहुत मदद की इस काम को करने के लिए और उनसे ही मुझे ये काम करने की प्रेरणा मिलती है।
हम आपको बता दे कि इस संस्थान ने कोरोना लॉकडाउन में पूरे 2 महीने निरंतर काम करती रही और इन्होंने 400 परिवार को दस दिन का राशन बांट गरीबों के लिए राहत पहुंचाने का काम किया था।