देवेश कटियार की रिपोर्ट
इत्रनगरी-शिव की पूजा-अर्चना के लिए आता सावन इस बार सूना-सूना बीत रहा है। भक्तों को कोरोना के संमक्रण से बचाया जा सके, इसके लिए मंदिरों के कपाट दर्शनार्थियों के लिए बंद है। प्रशासन ने पहले ही 31 जुलाई तक मंदिरों के कपाट बंद करने का फरमान जारी कर दिया था। इसमें पुजारी व मंदिर प्रबंधन कमेटी की भी सहमति रही। दो सोमवार की तरह इस सोमवार को भी मंदिरों में पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे।
हर साल सावन के सोमवार के चलते एक दिन पहले देर रात तक तैयारियां चलतीं थी। मंदिरों को न सिर्फ बिजली की झालरों से सजाया जाता था, बल्कि फूलों की लड़ियों से मंदिर को भव्य स्वरूप प्रदान किया जाता था। फूलों को छांट-छांट कर सजावट में लाया जाता था। फूलों और बिजली झालरों से सजे मंदिरों की छटा देखते ही बनी थी। लेकिन इस बार सब जुदा-जुदा है। शहर के सिद्धपीठ बाबा गौरी शंकर मंदिर और चौधरियापुर स्थित बाबा विश्व नाथ मंदिर शिव भक्तों के आस्था का केंद्र है। सावन के सोमवार को यहां बड़ी संख्या में भक्तों पूजा-पाठ व जलाभिषेक करने उमड़ते रहे, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासन ने भक्तों के मंदिर जाने पर रोक लगा रखी है। किसी भी भक्त को पूजा पाठ करने लिए मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा। सिद्धपीठ मंदिरों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था के चलते पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे।