सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ। पंडों और पुरोहितों के लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है। लखनऊ विश्वविद्यालय में भारतीय भाषा महोत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंदिरों में जाने पर लोग जबरदस्ती रक्षासूत्र बांधकर होने वाली पंडागिरी से बहुत परेशान होते थे। हमने इस समस्या का भी समाधान निकाला और तय किया कि कोई भी पंडा या पुरोहित अपने अनुसार पूजा नहीं करवाएगा।
पंडों-पुरोहितों पर सीएम योगी के इस बयान को लेकर सीएम ऑफिस के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए उपरोक्त बयान ट्वीट किया गया। इस ट्वीट को अब तक एक हजार से अधिक बार रिट्वीट किया गया है, वहीं हजारों लोगों ने लाइक किया है। ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया यूजर पक्ष-विपक्ष में तरह-तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।
जानें- किसने क्या कहा
सुनीता गौतम लिखती हैं– यह माफिया नहीं यह पंडितों का अधिकार हैष अगर जितना दान आता है वह अगर सरकारी खजाने में न जाए और पंडितों को मानदेय दिया जाए तो यह समस्या खत्म हो जाएगी और बाकी पैसा मंदिर के आधुनिकीकरण और बच्चों की शिक्षा पर खर्च।
सुषमा लिखती हैं- प्रयागराज, गया जी मे पंडे बहुत बुरी तरह से झूमते है ।पहली बार मे आदमी बुरी तरह घबरा जाता है। विनय कुमार मिश्रा लिखते हैं- माननीय मुख्यमंत्री जी, सर्वप्रथम आप विंध्यवासिनी माता विंध्याचल मंदिर को पंडा जनों की अत्याचार से मुक्ति दिलाइये, जहां दर्शनार्थियों को इनके जबरदस्ती के अत्याचार झेलने पड़ते हैं।
मुकेश हिंदुस्तानी लिखते हैं- मंदिरों से ये माफिया गिरी खत्म करके मंदिरों की कमाई सीधी गरीब हिंदुओं की पढ़ाई लिखाई और उनकी तरक्की मे लगनी चाहिए। सरकार को ऐसा कोई कानून बनाना चाहिए।