आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा। इस समय जनपद में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड से बचाव के लिए बड़े बुजुर्ग जहां कौड़ा का सहारा लिए हुए हैं तो नौनिहाल बच्चे रजाइयों में दुबके हैं। स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए ठंड से मुकाबला हेतु शासन द्वारा बच्चों को स्वेटर वितरित किया जाता है । जनपद में स्वेटर वितरण का एक चक्र दिसंबर में पूरा हुआ था। इसमें प्रत्येक विद्यालय में लगभग आधे बच्चों को स्वेटर मिल पाए थे। स्वेटर वितरण का दूसरा चक्र शुरू हो पाता इसके पहले ही भयंकर शीतलहर के कारण विद्यालयों में शीत अवकाश कर दिया गया था। जनवरी के पहले सप्ताह में जब 2 दिन के लिए स्कूल खुला तो विद्यालय के अवशेष बच्चों के लिए स्वेटर बीआरसी महुआ द्वारा उपलब्ध करा दिए गए थे। लेकिन पुन: शीतावकाश हो जाने के कारण बच्चे घरों में ही दुबके रहे।अब जबकि स्कूल खुले हैं और सूरज का पारा भी थोड़ा चढ़ा है तो स्कूलों में बच्चों की आवक बढ़ी है। पचोखर गांव स्थित अंग्रेजी माध्यम स्कूल के प्रधानाध्यापक प्रमोद दीक्षित गांव के मोहल्लों में घूम घूम कर बच्चों को स्कूल पहुंचने के लिए बोल रहे हैं और अभिभावकों से भी कहा कि बच्चों को नियमित स्कूल भेजें ताकि पठन-पाठन और गणतंत्र दिवस की तैयारी की जा सके। आज प्रधानाध्यापक द्वारा बच्चों को विभाग द्वारा प्राप्त स्वेटर वितरित किए गए । स्वेटर पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे अब सुबह स्कूल आने में उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी। स्वेटर वितरण के दौरान शिक्षामित्र ज्योति उपाध्याय और उर्मिला कुशवाहा भी उपस्थित रहे।