आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा। जनपद के नरैनी तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जमवारा एवं लहुरेटा में बिगत पांच छह वर्षों से रह रहे पछ्यांही लोहार तो इन्हें कुछ लोहगडिया तो कुछ घुमंतु कहते हैं, के सामने परिवार के भरण-पोषण की समस्या आन खड़ी हो गई है।
इन लोगों ने “नया भारत दर्पण” को बताया कि उन्हें एक बार राशन मिला है। उसके बाद से कुछ नहीं मिला। जमवारा में रहने वाले इस परिवार के मुखिया ने बताया कि वह बच्चों सहित नौ लोग हैं वहीं लहुरेटा में तेरह लोगों का परिवार रह रहा।
इनका कहना है कि ग्राम प्रधान ने एक बार उन्हें राशन उपलब्ध कराया है। आज पंद्रह दिन होने के बाद किसी ने हमारी सुधि नहीं ली।
लाक डाउन के चलते हम लोग कंही आ जा भी नहीं पा रहें कि कुछ मेहनत कर कमा सकें व परिवार पाल सकें। इधर उधर नजरें दौड़ाने लगे ऐसा लग रहा था कि इनकी नजरें अपने मददगार को खोज रही हैं।