आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा जनपद के नरैनी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मुर्दी रामपुर में दबंगों ने धारदार हथियारों से वार कर पिता पुत्र को गंभीर रूप से घायल कर दिया था जिनका उपचार जिला अस्पताल बांदा में चल रहा है। घटना की रिपोर्ट लिखाने गई घायल सुभाष पुत्र हरबंस प्रसाद की पत्नी सबित्री देबी ने नरैनी कोतवाली में दबंगों के बिरूध्द नामदज लिखित शिकायत करते हुए रिपोर्ट दर्ज करने का अनुरोध किया किन्तु उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई बल्कि प्रार्थना पत्र में बदलाव करने का दबाव बनाया गया। दूसरी तरफ घायल जिला अस्पताल में इलाज करा रहे हैं और खुला घूम रहे हमलावर घायलों के दरवाजे में रात्रि में जा औरतों को गाली-गलौज करते हैं जिसकी सूचना 112 नंबर पर पीड़ित द्वारा दी जाती है लेकिन 112नंबर में तैनात पुलिस दरवाजे में जाने के बजाय घबराई हुई महिलाओं को एक किलोमीटर दूर स्थित जानने के लिए बाहर बुलाती है। जिला अस्पताल में इलाज करा रहे विवेक ने जब पुलिस क्षेत्राधिकारी एवं नरैनी कोतवाली प्रभारी को फोन कर पूरी घटना बताई तो कोतवाली प्रभारी ने कहा कि महिलाओं को बाहर आने की जरूरत नहीं है पुलिस मौके पर पहुंचेगी।तब कहीं जाकर पुलिस मौके पर पहुंची।
विवेक करवरिया मुर्दीरामपुर निवासी का कहना है कि पुलिस ने यही ढुलमुल रवैया अपनाया रखा और दंबगो के बिरूध्द कार्रवाई नहीं की वो हमारे य हमारे परिवार के ऊपर कोई घटना घटित होती है तो हमारे मां के द्वारा दी गई लिखित शिकायत में नामदज किये गये अपराधियों सहित नरैनी पुलिस को जिम्मेदार ठहराया जाय क्योंकी यही पूर्ण रूप से जिम्मेदार होंगे।