आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बाँदा :- नरैनी क्षेत्र में शिक्षा और शिक्षक का स्तर दिन ब दिन निचले स्तर पर जा रहा है !विद्यालय में बच्चो का भविष्य निर्माण होता है वहा लापरवाही और गैर जिम्मेदार शिक्षक पढ़ाई तो दूर स्कूल की साख को भी बट्टा लगाने से नहीं चूकते ,बच्चे पढ़ रहे य नहीं इस से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता उन्हें तो मलतब है सैलरी और ट्यूशन से ,इस गैर जिम्मेदाराना हरकत पर प्रशासन क्या कदम उठाता है यह तो समय ही तय करेगा ,आपको बता दे कि पूरा मामला नरैनी क्षेत्र के रक्सा गांव का है जहाँ पर देशभर में धूमधाम से मनाए जाने वाले स्वतंत्रता दिवस पर जिले के शासकीय प्राथमिक विद्यालय रक्सा में ध्वजा रोहण तो किया गया लेकिन सूर्यास्त से पहले ही झंडा उतारने की बजाय उसे स्कूल परिषर में लगा रहने दिया गया इतना ही नहीं अभी तक रात्रि के लगभग 8 बजकर 45 होने वाले हैं उसी तरह ध्वज लहर रहा इसकी सुध न तो विद्यालय के शिक्षको ने ली और न ही किसी कर्मचारियों ने सब अपनी मस्ती में डूबे रहे आलम यह रहा कि रात्रि में भी राष्ट्रीय ध्वज लहर रहा.जबकि राष्ट्रीय ध्वज सूर्यास्त के पहले उतार लिया जाना चाहिए. लेकिन नरैनी क्षेत्र के रक्सा गांव में अभी तक झंडा नहीं उतारा गया वहीं जब इस बात की भनक मीडिया को लगी तब गांव के ही कुछ जिम्मेदार लोगो को बुलाकर राष्ट्रीय ध्वज को उतराया गया है , आखिर देखना यह है कि अब जिले जिम्मेदार अधिकारी लापरवाही करने वाले शिक्षकों पर कब कार्यवाही करेगा , इस मौके पर गांव के ही नरेन्द्र कुमार, विनोद कुमार, संजय पटेल ,लवकुश, जानकीशरण, सीताराम, अनुरुद्ध विश्वकर्मा, मनोज यादव, आलोक कुमार, ओमप्रकाश, श्रवण पटेल सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे ।