आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीना के निर्देशन में अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाने के क्रम में अतर्रा पुलिस क्षेत्राधिकारी सियाराम द्वारा रात्रि चेकिंग गस्त में निकलने से ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों में मुस्तैदी देखने को मिल रही है वहीं रात्रि के अंधेरे में स्वछंद बिचरण करने वाले अपराधियों में दहशत का माहौल बना हुआ है शिवाए अबैध बालू खनन माफियाओं के।
पुलिस क्षेत्राधिकारी सियाराम द्वारा रात्रि चेकिंग गस्त में थाना विसंडा, बबेरू, तिंदवारी, कोतवाली नगर,मटौंध, गिरवां, नरैनी, और थाना अतर्रा के गस्त पिकेट संतरी पहरा थाना कार्यालयों, पी आर वी आदि की चेकिंग की गई चेकिंग के दौरान सभी कर्मचारी अधिकारी ड्यूटी पर मुस्तैद एवं सतर्क पाए गये ।
ज्ञात हो इसी तरह पूर्व पुलिस अधीक्षक गणेश शाहा द्वारा गुडमार्निंग पुलिस अभियान चलाया था जिसमें लोगों की पुलिस के प्रति बन रही नकारात्मक छवि पर अंकुश लगा था और लोग पुलिस को अपना हितैषी मानने लगे थे और उस समय पुलिस भी अपने मुखिया की मंशा के अनुरूप इमानदारी से काम कर रहे थे जिसमें आए दिन अबैध बालू खनन कर परिवहन कर रहे ट्रक पकड़े जाते अबैध मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे तस्कर पुलिस की गिरफ्त में आते अबैध असलहा असलहा बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी जाती और मुलजिम जेल की शोभा बढ़ाते नजर आते। यही नहीं मानवीय संवेदनाओं की मिशाले भी बांदा पुलिस ने पेश किए जिसमें बोरबेल में गिरी अबोध बच्ची को सकुशल निकलना सामिल रहा।हमारा यंहा पर इन बातों को उल्लेखित करना किसी अधिकारी के मनकों ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं है पर हम यह जरूर कहना चाह रहे हैं कि अगर कुछ करना है तो उसके लिए अपने चेंबर से बाहर निकलना होगा आमजनमानस का विस्वास हासिल करना पड़ेगा तभी जनमानस आपके साथ खड़ा होगा और जनमानस के साथ खड़े होने का अर्थ है अपराध एवं अपराधियों में पूर्ण अंकुश लगना।