आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांदा । जिले में नरैनी क्षेत्र के भाजपा विधायक राजकरन कबीर पर हुए कथित जानेलवा हमले में दो ग्राम प्रधानों सहित आठ लोगों पर लूटपाट, मारपीट, हत्या के प्रयास सहित एससीएसटी एक्ट की कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें से छह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।काश पुलिस ऐसी ही सक्रियता आमजनता द्वारा की गई शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करें तो कितने सुखद परिणाम निकले व इन अधिकारियों की छवि में भी सुधार हो। आमजन शिकायत , रिपोर्ट दर्ज कराने जाय तो पहले उसकी जांच बाद में रिपोर्ट दर्ज होगी फिर विवेचना होगी और इसी विवेचना दौरान सारी कहानी बन जायेगी।पर जब माननीयों की बात आती है तो इन सब चीजों की आवश्यकता नहीं होती फिर चाहे इनकी भैंस गुम जाए या हमला पहले इनके मंशा के अनुरूप शासन प्रशासन को कार्य करना है नहीं यह नाराज हो जाएंगे।
हम यहां किसी भी अराजकता का समर्थन नहीं कर रहे हैं नहीं किसी का पक्ष रख रहे हैं ।पर एक सवाल है जो मन में बार बार उठ रहा है कि आखिर नरैनी भाजपा विधायक पर ही हमला बार बार क्यों हो रहे हैं वह भी उनके द्वारा य उस जगह पर जंहा अबैध बालू खनन व अन्य अबैध कार्य के तार जुड़े हैं। कहीं यह बर्चस्व की लड़ाई तो नहीं है?
बिधाय जी का ही कथन हैं की उनके द्वारा अबैध कार्य करने वालों की शिकायत जिला प्रशासन से की गई लेकिन कार्यवाही नहीं हुई।तो मान्यवर सरकार आपकी अधिकारी आपके और जब आपकी सुनाई नहीं हुई तो आमजनता की हालत क्या हो रही होगी कभी आपने सोचा। आपसे बालू खनन माफियाओं के सरगना का नाम पूछा गया पर आपने नाम बताने की जगह बात घुमा दिया आपने कहा कि आप दलित है इसलिए आपके साथ यह सब हो रहा है तो मान्यवर जनता आपको चुनने के पहले भी जानती थी कि आप दलित है पर आपमें उन्हे अपने क्षेत्र की बिकास की उम्मीद दिखाई दी और आपको विना भेदभाव के अपना प्रतिनिधि चुन लिया पर आप अपनी आत्मा में झांक कर देखें कि क्या आप आम जनमानस की कसौटी पर खरा उतरे। खैर इस प्रश्न का उत्तर तो आप नहीं देंगे समय देगा?सो हम पुनः आपके साथ घटी घटना की निंदा करते हुए हो रही प्रशासनिक कार्यों की तरफ रूख करते हैं जंहा पुलिस ने आपकी तहरीर पर घटना के दिन देर रात रिपोर्ट दर्ज की आपने, (विधायक )ने तहरीर में बताया कि वह अनुसूचित जाति कोरी हैं। वह अपने पुत्र की कार से सुरक्षा गार्ड योगेंद्र यादव और सुशील त्रिपाठी, विपिन पांडेय, राजेश यादव आदि के साथ शिवपुर हनुमान मंदिर से दर्शन करके लौट रहे थे।
दोपहर बाद देवरार-नरैनी मार्ग पर 50-60 लोगों ने कार रोक ली। उनके हाथों में लाठी-डंडे और पत्थर थे। एक माह पहले इन लोगों ने उनसे 50 हजार रुपये प्रतिमाह गुंडा टैक्स मांगा था। न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। इन लोगों ने वाहन को घेरकर तोड़फोड़, पथराव किया।
जान से मारने की नीयत से फायर किया। फायर मिस हो गया। प्रद्युम्न नरेश आजाद ने उनके गले में पड़ी सोने की चेन छीन ली और विद्यानंद ने जेब से 11,700 रुपये छीन लिए। विधायक ने कहा कि सुनियोजित ढंग से हत्या करने की साजिश थी। उन्होंने किसी तरह अपनी जान बचाई।
पुलिस ने प्रद्युम्न नरेश आजाद, रामदुलारे राजपूत (ग्राम प्रधान प्रेमपुर), धीरू राजपूत, लल्लन राजपूत, राजाबाबू राजपूत, विद्यानंद (ग्राम प्रधान कतरावल), छोटू राजपूत और शनि राजपूत के विरुद्ध धारा 307 (हत्या का प्रयास), 387 (जबरदस्ती वसूली के लिए भय दिखाना), 395 (डकैती), 397 (सशस्त्र लूट), 427 (नुकसान पहुंचाना) आईपीसी और एससीएसटी एक्ट की धारा 3 (1) (द), 3 (1) (ध) और 3 (2) (वी) की रिपोर्ट दर्ज की है।
थाना प्रभारी इंसपेक्टर बलजीत सिंह ने बताया कि नामजद आरोपी प्रधान रामदुलारे राजपूत सहित श्यामबिहारी, जौहरीलाल, विनोद, जगप्रसाद राजपूत को बुधवार को दोपहर एक बजे कच्ची सड़क मोड़ के पास उप निरीक्षक सत्यपाल सिंह ने गिरफ्तार कर लिया है।
जाम लगाने वाले 50 से अधिक लोगों पर रिपोर्ट
कोतवाली क्षेत्र के देवरार गांव में सड़क पर जाम लगाने और भीड़ इकट्ठा करने पर पुलिस ने 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध धारा 188, 269, 147, 283 आईपीसी की रिपोर्ट दर्ज की है। गिरवां थाने के एसआई प्रेमचंद्र शर्मा ने यह रिपोर्ट दर्ज कराई है।
ज्ञातव्य हो कि सोमवार की रात प्रेमपुर प्रधान रामदुलारे राजपूत निमंत्रण में जाते समय बालू भरे ट्रैक्टरों के रास्ते में क्रासिंग को लेकर नरैनी विधायक के भतीजे मनोज कुमार व अन्य चार लोगों से विवाद हो गया था। प्रधान ने पुलिस को दी तहरीर में कहा था कि उनके सीने में बंदूक भी लगाई गई। गांव वालों ने बचाया। इस घटना के बाद यहां जाम लगा था।