आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
तिंदवारी (बांदा)। नवदुर्गा महोत्सव के अवसर पर कस्बे में पारंपरिक श्री रामलीला के दिन में दोपहर 2:00 बजे से आयोजित कार्यक्रम में अहिरावण वध, रावण वध के पश्चात मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के राज्याभिषेक के साथ कार्यक्रम का भव्य समापन किया गया।
परंपरागत रूप से रामलीला का मंचन 2:00 बजे दिन में रामलीला मैदान में शुरू हुआ ,जहां अहिरावण वध की लीला का मंचन किया गया। तदोपरांत रामा दल व रावण दल के बीच कौतूहल भरा भीषण युद्ध हुआ। जैसे ही प्रभु श्री राम ने रावण को बाण मारा, रावण धराशाई हो गया । रावण वध होते ही जय श्री राम के उद्घोष गुंजायमान हो उठे। 14 वर्षों के वनवास की अवधि समाप्त होते ही प्रभु श्री राम इस धरा पर आने के उद्देश्य की पूर्ति करते हुए , लंकापति रावण पर विजय प्राप्त कर सभी वानरी सेना से भावपूर्ण विदाई लेकर, माता जानकी, लक्ष्मण, हनुमान जी एवं विभीषण सहित अयोध्या आते हैं ।जहां सभी प्रजा वासियों की सहमत से गुरु वशिष्ठ ने राम को राजा बनने का आदेश दिया। कस्बे की पारंपरिक ऐतिहासिक रामलीला का समापन मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के राज्याभिषेक के साथ संपन्न किया गया। प्रभु श्री राम के अयोध्या आने का सुखद समाचार सुनकर सभी अयोध्यावासी खुशी से झूम उठे परंतु सबसे अधिक प्रसन्नता भारत जी को थी। प्रसन्नता बस भरत की आंखों में आंसू छलक आए।अयोध्यावासी जो जैसी स्थिति में था वैसे नंगे ही पैरों प्रभु श्री राम व जानकी माता के दर्शन हेतु दौड़ पड़ते हैं।” प्रथम तिलक वशिष्ठ मुनि कीन्हा, पुनि सब विप्रन आयसु दीन्हा ” गुरु वशिष्ठ ने प्रभु श्री राम का तिलक कर उनके राजा बनने की घोषणा की। कस्बे के पुरुषों व महिलाओं ने मंच पर पहुंचकर सिंहासन में विराजमान प्रभु श्री राम, माता जानकी तथा लक्ष्मण का तिलक कर आरती उतारी । रामलीला कमेटी के प्रबंधक आनंद स्वरूप द्विवेदी ने बताया कि वर्ष 1939 से अनवरत चल रही कस्बे की पारंपरिक रामलीला को हर वर्ष नए रूप व कलेवर में प्रस्तुत करने का प्रयास किया जाता है । इस बार कोविड-19 को देखते हुए 13 दिवसीय रामलीला को छोटा कर 9 दिवसीय श्री रामलीला का आयोजन पूरे नियमों का पालन करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से कराना चुनौतीपूर्ण था परंतु प्रशासन तथा जनता के सहयोग से श्री रामलीला कमेटी आयोजन कराने में पूर्णता सफल रही।
इस अवसर पर कमेटी प्रबंधक आनंद स्वरूप द्विवेदी ,अध्यक्ष अनिल लखेरा, महामंत्री अरविंद कुमार गुप्ता, धीरज गुप्ता ,कोषाध्यक्ष नमन गुप्ता, सुरेश प्रजापति, राज कुमार त्रिपाठी, ठाकुर सत्येंद्र प्रताप सिंह, हरबंस श्रीवास्तव, अशोक गुप्ता, संतोष गुप्ता, अखिल पटेल, राजन गुप्ता, सुशील विश्वकर्मा, लक्ष्मी शंकर गुप्ता, शोभित द्विवेदी, राज गुप्ता, राजा गुप्ता, अतुल दीक्षित, अखिलेश गुप्ता, मनीष बजाज, रवि करण गुप्ता, सुरेंद्र देवा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।