विद्वान कवि ने कहा है –
जाइ का करिहौ राजधानी मां ।
मजा मारौ हिअइ प्रधानी मा ।।
यह पंक्तियां जनपद सीतापुर के विकासखंड परसेंडी की ग्राम पंचायत मझगवां में चरितार्थ हो रही हैं ।
ग्राम पंचायत में लाखों रुपए खर्च करके पंचायत भवन का निर्माण हुआ है। उसी पंचायत भवन में सरकार की मनसा के अनुसार प्रति ग्राम पंचायत में पुस्तकालय की स्थापना के उद्देश्य पुस्तकालय का भी निर्माण हो गया ।
पुस्तकालय के निर्माण में घोर लापरवाही बरती गई पंचायत भवन में ही पुस्तकालय साइन बोर्ड, तीन दिखाए गए हैं। जिस पर दिनांक 12 5/22 को वाल पेंटिंग हेतु ₹8250 निकाले गए। पंचायत भवन से लेकर के पुस्तकालय के उपयोग हेतु तत्कालीन सचिव लक्ष्मण तिवारी के निर्देशन में कुर्सी मेज और अलमारी तीन बार खरीदी गई हैं ।
दिनांक 22/10/ 21 को 5 T H से कुर्सी मेज अलमारी का ₹19900 बिल वाउचर है l
दिनांक 23/1/ 22 को चेयर टेबल हेतु ₹51000 खर्च किए गए हैं ।
दिनांक 24/5/ 22 को फिफत स्टेट से पुस्तकालय की कुर्सी मेज अलमारी हेतु 61269 रूपए खर्च किए गए हैं।
इस प्रकार पंचायत भवन और पुस्तकालय में कुर्सी मेज अलमारी हेतु मात्र 1,32,159 रुपए का खर्च दिखाया गया है ।
मौजूदा स्थिति में लगभग 40 कुर्सी चार से पांच मेज 2से3 अलमारी दिखाई दे रही हैं।
इस विषय में तत्कालीन पंचायत सचिव लक्ष्मण तिवारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि पुस्तकें वहा पहुंच गई थी ।
जबकि प्रधान ने कहा कि पुस्तकें नहीं हैं।
मेरे द्वारा जब प्रधान की बात पुस्तके न होने की कही गयी तब सचिव ने प्रधान से बात कर लेने की बात कही।
और जलेबी कि तरह गोल-गोल घुमाते रहे ।
अब तक न्यूज चैनल जनपद सीतापुर से -आदित्य दीक्षित के साथ राकेश दिवाकर की खास रिपोर्ट