मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई -जनपद मे आज कल भ्र्ष्टाचार का लगा तार सिलसिला जारी है झूठ प्रमाण के साथ हुई शिकायतपर नही हुई कोई कार्यवाही बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक प्रमोद शुक्ला व डी0आई0ओ0एस0 वी0के0 दुबे पर विमलेश शर्मा ने भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है व लिखित शिकायत 21/12/2020 को मुख्यमंत्री व शिक्षा विभाग के महानिदेशक से की थी लेकिन सबसे बड़ी विडंबना यह है कि विमलेश शर्मा द्वारा जो शिकायत की गई है वह प्रमाणों के साथ कि गई है लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नही हो सकी है!
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि उ0प्र0बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद के आदेश के क्रम में दिनांक 15/06/2019 को कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अंग्रेजी माध्यम के स्कूलो में अध्यापकों का चयन होना था लेकिन यह चयन प्रक्रिया वरिष्ठ लिपिक प्रमोद शुक्ला व जिला विद्यालय निरीक्षक वी0के दुबे की मिलीभगत से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।मोटी रकम लेकर अपात्रों का चयन किया गया इस चयन प्रक्रिया में विज्ञान अध्यापक, गणित अध्यापक, व एकल अध्यापक व के चयन पर रोक थी लेकिन भ्रष्टाचार में डूबे कर्मचारियों ने अध्यापक खालिद जुबैर अंसारी एकल शिक्षक,अध्यापक नूतन विज्ञान शिक्षक,अध्यापक अमित कुमार सिंह विज्ञान शिक्षक, अनिल कुमार विज्ञान शिक्षक,अर्पित सिंह एकल शिक्षक, बलजीत एकल शिक्षक की तैनाती अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में कर दी
यह कुछ अपात्र शिक्षक तो मात्र शिकायती पत्र में उदाहरण है ऐसे पता नही कितने अपात्र शिक्षको की तैनाती मोटी रकम लेकर की गई है ।जब शिकायत हुई तब मात्र खानापूर्ति के लिए जुबैर अंसारी की तैनाती के आदेश को निरस्त कर दिया गया।
शिकायतकर्ता ने प्रमोद शुक्ला पर गलत तरीके से मान्यता देने का भी आरोप लगाया है और इतना ही नही अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में उर्दू शिक्षको की तैनाती कर दी गई।शिकायत पत्र में भ्रष्टाचार कर करोड़ो रूपये की सम्पत्ति एकत्र करने की भी शिकायत व गलत तरीके से मृतक आश्रित को नौकरी देने का आरोप भी लगाया गया है।लगाए गए आरोपो में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा लेकिन सबसे बड़ा सवाल है जांच होगी कब और कौन करेगा।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर आरोपो की निष्पक्ष जांच क्यो नही हो रही है कब तक भ्रष्टाचार करने वाले लोग कानूनी कार्यवाही से दूर रहेंगे।एक बात तो तय है कि जिस प्रकार से सभी सबूतों के साथ शिकायत की गई है उसके बाबजूद कार्यवाही न होना दर्शाता है कि भ्रष्टाचार करने वालो के हौसले भाजपा सरकार में बुलन्द है