सतविंदर सिंह की रिपोर्ट
जयपुर – राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को 109 विधायकों का समर्थन जुटाकर और 104 विधायकों की परेड करवाकर सरकार पर छाए संकट को फिलहाल टाल दिया है, लेकिन सचिन पायलट के बगावती तेवर कम होते नजर नहीं आ रहे हैं। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पायलट सहित उनके समर्थक 17 विधायक शामिल नहीं हुए। ऐसे में सचिन पायलट की बगावत बड़ी मुश्किल के तौर पर अब भी मुंह बाए खड़ी है। कांग्रेस आलाकमान भी इस चुनौती को समझता है, इसलिए फौरी राजनीति की जगह दूरगामी रणनीति के तहत पायलट को मनाने में जुट गई है। पार्टी नेतृत्व ने पायलट को संदेश भेजा है कि वह कांग्रेस न छोड़ें। सूत्र बताते हैं कि पार्टी आलाकमान की तरफ से पायलट को मैसेज दिया गया है कि वापसी के बाद उनके सम्मान में उनका अतीत बाधक नहीं बनेगा। मतलब साफ है कि कांग्रेस पायलट के बगावत को भूलकर उन्हें ससम्मान पार्टी में वापसी की जीतोड़ कोशिश में है। बहरहाल, कांग्रेस पार्टी के सूत्र बताते हैं कि आलाकमान राज्यसभा सांसद राजीव साटव को जयपुर भेज रही है। वहीं, खुद प्रियंका गांधी पायलट के सियासी जहाज का रुख वापस कांग्रेस की तरफ मोड़ने की कवायद में जुटी हैं। इसी बीच, सचिन पायलट के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर विराम लग गया है। पायलट के करीबी सूत्रों ने कहा कि वह अब भाजपा ज्वॉइन नहीं कर रहे हैं। वहीं, पायलट के हवाले से यह बात भी सामने आई है कि गहलोत के बहुमत के दावों को उन्होंने नकार दिया है। उन्होंने कहा है कि अशोक गहलोत सरकार के पास उनके दावों के अनुसार बहुमत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा है कि सीएम का बैक गार्डन बहुमत साबित करने की जगह नहीं है, यह विधानसभा में तय होता है। यदि उनके पास दावे के अनुसार बहुमत है तो विधायकों की पूरी संख्या क्यों नहीं बताई गई। यदि गहलोत के पास बहुमत था, तो उन्हें होटल में बाड़ाबंदी करके रखने की क्या जरूर आन पड़ी। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, पायलट अपने खेमे के चार विधायकों को मंत्री बनाना चाहते हैं और वित्त एवं गृह जैसे महत्त्वपूर्ण विभाग देने की मांग रख रहे हैं।
राजस्थान में अभी पिक्चर बाकी है!
जयपुर। राजस्थान में विधायकों की परेड के साथ ही मामला खत्म नहीं हुआ है। पिक्चर अभी बाकी है। अब भारतीय जनता पार्टी ने पासा फेंका है। पार्टी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से विधानसभा में बहुमत साबित करने की डिमांड की है। उधर, सरकार को समर्थन दे रही भारतीय ट्राइबल पार्टी ने समर्थन वापसी का ऐलान कर दिया है। पार्टी के राजस्थान में दो विधायक हैं।